शाहजहांपुर के रहने वाले ट्रैफिक हेड कांस्टेबल ने की थी युवक की हत्या: होमो सेक्सुअल डेटिंग एप के साक्ष्य एवं चैट से खुला राज
पुलिस की सही विवेचान से बची युवती समेत चार निर्दोष, यातायात पुलिस लाइन रेलवे क्रासिंग के पास 13 जनवरी को मिला था युवक का शव
अमृत विचार, लखनऊ। कैंट थाना अंतर्गत सदर बाजार यातायात पुलिस लाइन रेलवे क्रासिंग के पास 13 जनवरी को मृत मिले युवक की हत्या मामले में कैंट पुलिस ने शुक्रवार को यातायात पुलिस में तैनात हेड कांस्टेबल रवींद्र पाल की गिरफ्तारी की है।
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि कैंट पुलिस ने शाहजहांपुर जनपद के जलालाबाद थाना अंतर्गत भुड़िया पहना गांव निवासी हेड कांस्टेबल रवींद्र पाल को गिरफ्तार किया। हत्यारोपी पुलिस ट्रैफिक विभाग में बतौर हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। वह सदर में ही किराए के मकान में रहता है। उन्होंने बताया कि हेड कांस्टेबल के मोबाइल और मृतक के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट खंगालने पर होमो सेक्सुअल डेटिंग एप की चैटिंग से इस हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ। पुलिस को हेड कांस्टेबल रवींद्र पाल के खिलाफ कई अहम सुराग भी मिले हैं।
रेलवे ट्रैक के पास मिला था शव
गौरतलब है कि गत 13 जनवरी को कैंट थाना अंतंर्गत सदर रेलवे ट्रैक पर इंदिरानगर निवासी एक युवक की लाश मिली थी। इसके बाद युवक के परिजनों ने एक युवती समेत तीन लोगों के खिलाफ बेटे की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए कैंट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने बताया कि जांच मे चोरों के खिलाफ कोई भी अहम साक्ष्य नहीं मिल सके। इस हत्याकांड का खुलासा करने में जुटी पुलिस ने मृतक के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट खंगालनी शुरु कर दी। इसी बीच पुलिस को कॉल डिटेल्स में एक संदिग्ध नंबर मिला।
होमो सेक्सुअल एप पर हुई थी दोस्ती
एसीपी कैंट अभय प्रताप मल्ल के मुताबिक मोबाइल नंबर की जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि हेड कांस्टेबल रवींद्र पाल का है।उसके बाद पुलिस ने हेड कांस्टेबल को उठाया तो वह इधर-उधर की बात कर पुलिसकर्मियों को गुमराह करने की कोशिश करने लगा। इस पर पुलिसकर्मियों पर उस पर शक गहराता चला गया। पुलिस ने बताया कि दिन चार से पांच बार दोनों के बीच बातचीत के साक्ष्य मिले। युवक के मोबाइल में होमो सेक्सुअल डेटिंग एप डानउलोड मिली। रवींद्र से चैटिंग के साक्ष्य मिले।
रुपये मांगने पर हुआ था झगड़ा
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सामने आया कि हेड कांस्टेबल ने युवक को फोन कर अपने कमरे पर बुलाया था। 300 रुपये में बात तय हुई थी। कमरे पर बातचीत के दौरान युवक ने रुपये रखे देखे तो दो से तीन हजार मांगने लगा। इस पर दोनों का विवाद हुआ। विवाद के बाद रवींद्र ने युवक को समझाया और बातों में उलझाकर कहा कि चलो पहले शराब पीते हैं। इसके बाद फिर आगे कुछ करेंगे। रुपयों की बढ़ने से नाराज रवींद्र ने शराब में जहरीला पदार्थ चुपके से मिलाकर युवक को पिला दिया। कुछ देर बाद युवक की मौत हो गई। घना कोहरा था। इसका फायदा उठाकर तड़के करीब तीन बजे रवींद्र युवक का शव लेकर कमरे से निकला। करीब 100 मीटर दूर रेलवे ट्रैक किनारे फेंक दिया। कमरे पर लौटा नहाया और फिर अगले दिन से ड्यूटी करने लगा था।
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