बरेली: बुल्डोजर की कार्रवाई का दर्द उर्स-ए-रजवी के मंच से छलका, जानिए क्या बोले उलमा...

इस्लामिया मैदान में आयोजित की गई उलमा की कॉन्फ्रेंस, मुसलमानों के मुद्दों पर चर्चा

बरेली: बुल्डोजर की कार्रवाई का दर्द उर्स-ए-रजवी के मंच से छलका, जानिए क्या बोले उलमा...

बरेली, अमृत विचार। उर्स-ए-रजवी का आगाज जहां परचम कुशाई से गुरुवार को हो गया था, वहीं अब शुक्रवार को उर्स पूरे अपने शबाब पर आ चुका है। दरगाह आला हजरत जायरीन के आने का सिलसिला जारी है। वहीं इस्लामिया मैदान से लेकर मथुरापुर स्थित मदरसा तक में कार्यक्रम में जायरीन पहुंच रहे हैं। उर्स के दूसरे दिन इस्लामिया मैदान में एक उलमा की एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें उलमा ने कहा कि नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले देश और समाज के लिए खतरा हैं, मगर सरकार इनको सुरक्षा उपलब्ध करा रही है और कार्रवाई की मांग करने वालों पर बुल्डोजर चल रहा है।
 
कॉन्फ्रेंस में नामूस-ए-रिसालत, दहेज हटाओ-बेटी बचाओ व मुसलमानो में फैली सामाजिक बुराईयों और सोशल मीडिया व नौजवान पर इसके असर को लेकर उलमा ने चर्चा की। कान्फ्रेस की सरपरस्ती दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां, सदारत सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां और निगरानी सैयद आसिफ मियां ने की। मुफ्ती सलीम नूरी ने अपने खिताब में कहा कि आज हमारे मुल्क में कोई भी शख्स सस्ती शोहरत हासिल करने के लिए हमारे नबी की शान में गुस्ताखी कर देता है। ऐसे लोग समाज और देश की एकता के लिए खतरा हैं। हाल के दिनों में महाराष्ट्र के किसी शख्स ने नबी करीम पर नाकाबिले बर्दाश्त बातें कहीं। इसको पूरी दुनिया का मुसलमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकता। सरकार ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के बजाय सुरक्षा उपलब्ध करा देती है। इन पर कार्रवाई की मांग करने वालों को ही जेल में डाल दिया जाता है, घरों पर गैर कानूनी तरीके से बुल्डोजर चला दिया जाता है। दरगाह के नासिर कुरैशी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का संचालन कारी यूसुफ रजा ने किया। मुफ्ती आकिल रजवी, सूफी कैसर गुमान, सूफी मोइनुद्दीन अल्लाह बख्श, पीर नेहाल खोची, मौलाना फूल नेमत रजवी, मौलाना अब्दुल जलील ,मुफ्ती कफील हाशमी, मुफ्ती अफरोज आलम, मौलाना अख्तर, कारी अब्दुर्रहमान कादरी, मुफ्ती इब्राहीम, कारी सखावत हुसैन, कारी इकबाल मुरादाबादी आदि लोग शामिल हुए। 

सरकार को बनाना चाहिए सख्त कानून
मुफ्ती सलीम नूरी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मुल्क में कोई भी शख्स पैगंबर-ए-इस्लाम समेत किसी भी धर्म के रहनुमा पर गलत बयानबाजी करता है तो इसके लिए सख्त से सख्त कानून बनाया जाए। मुसलमानों से भी मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी ने अपील करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएं और प्रदर्शन करें। लेकिन अपना प्रदर्शन अमन व सुकून के करें।

मुस्लिम लड़कियों के धर्मांतरण को दहेज जिम्मेदार
मुफ्ती सलीम नूरी ने कहा कि मुस्लिम नौजवान तेजी के साथ नशे का आदि हो रहा है। हमें अपनी नौजवान नस्ल को इससे बचाना होगा। इसके लिए मां बाप को ध्यान देने की अधिक जरूरत है। साथ ही सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करना होगा। आज न जाने कितने नौजवान इसके गलत इस्तेमाल के कारण जेलो में बंद हैं। उन्होंने मुस्लिम लड़कियों के धर्मांतरण के लिए दहेज को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि दहेज के चक्कर में हमारी बेटियों के कदम बहक रहे हैं। हाल फिल के दिनों में कितनी बेटियां हमारी गैरों के साथ चली गई। इसकी बड़ी वजह दहेज है। बेटियो को विरासत में हिस्सा, शादियों में फिजूलखर्ची, जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी।