बलिया: वन कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप, विधायक केतकी सिंह बोलीं- कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त

बलिया: वन कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप, विधायक केतकी सिंह बोलीं- कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त

बलिया। उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा राज्य के विभागों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाये जाने के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित निषाद पार्टी की विधायक केतकी सिंह की मौजूदगी में बलिया जिले में वन विभाग के अधिकारियों के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार किये जाने का मामला सामने आया है। 

अवैध रूप से संचालित एक आरा मशीन पर कार्रवाई करके लौटी वन विभाग की टीम के सदस्यों के साथ भाजपा समर्थित निषाद पार्टी की विधायक केतकी सिंह की मौजूदगी में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से दुर्व्यवहार किया गया। हालांकि विधायक केतकी सिंह ने आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा है कि वन विभाग के कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। 

वन विभाग की उप प्रभागीय अधिकारी कुमारी उर्वशी ने शुक्रवार शाम संवाददाताओं को बताया कि आईजीआरएस (मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल) पर मनियर क्षेत्र में एक आरा मशीन के अवैध रूप से संचालित होने की शिकायत हुई थी। उन्होंने बताया कि इसी आधार पर शुक्रवार को कार्रवाई करने के लिए वन विभाग और विभागीय प्रवर्तन दल की संयुक्त टीम मनियर क्षेत्र गई थी। 

उर्वशी ने बताया कि टीम ने शिकायत की जांच के बाद पाया कि एक आरा मशीन अवैध रूप से संचालित हो रही है। उन्होंने बताया कि विभाग ने मौके पर नियमों के तहत कार्रवाई की और टीम वन विभाग के कार्यालय लौट आयी। उन्होंने बताया कि इसके बाद विधायक केतकी सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ वन विभाग के कार्यालय में पहुंच गईं तथा उनकी मौजूदगी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई को लेकर वन विभाग के अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। 

कुमारी उर्वशी ने बताया कि उन्होंने इस मामले में पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखकर शिकायत की है। उधर विधायक केतकी सिंह ने आरोपों को निराधार करार देते हुए दावा किया है कि वन विभाग के कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्होंने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शुक्रवार को वह जिले के सिकंदरपुर क्षेत्र के रक्सा गांव में पौधारोपण के एक कार्यक्रम में सम्मिलित हुईं। 

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के बाद पौधारोपण की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी करने के लिए वह वन विभाग के कार्यालय गईं। उन्होंने बताया कि कार्यालय में अनेक अधिकारी के साथ ही अधिकांश कर्मचारी अनुपस्थित थे। केतकी सिंह बताया कि उन्होंने पाया कि कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और इसको लेकर प्रश्न किया तो अपने बचाव में वन विभाग के अधिकारी गलत आरोप लगा रहे हैं, यह आरोप निराधार है।

उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को सुधारना जरूरी है। सिंह ने कहा कि वह एक महिला विधायक हैं, उनकी मौजूदगी में कोई भी किसी महिला के साथ दुर्व्यवहार कैसे कर सकता है। इस संदर्भ में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को शनिवार को बताया कि शुक्रवार को यह मसला उनके संज्ञान में आया। उन्होंने शुक्रवार रात्रि इस मामले की रिपोर्ट प्रदेश शासन को भेज दी है। 

लक्षकार ने बताया कि प्रदेश शासन के निर्देश पर मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी। शुक्रवार को सपा के लखनऊ स्थित मुख्यालय में ‘संविधान-मानस्तंभ’ का अनावरण करने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक प्रेसवार्ता में उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर निशाना साधा था। यादव ने कहा था, "सरकार दावा करती थी कि भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था के मामले में उसकी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। लेकिन अब उनके नेता खुद कह रहे हैं कि हमने अपने राजनीतिक जीवन में ऐसा भ्रष्टाचार नहीं देखा।"  

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