टनकपुर: भारी बारिश से कई गांव जलमग्न, पूर्णागिरि मार्ग दिन भर रहा बंद

टनकपुर: भारी बारिश से कई गांव जलमग्न, पूर्णागिरि मार्ग दिन भर रहा बंद

टनकपुर, अमृत विचार। रविवार सुबह चम्पावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में हुई भारी बारिश से कई जगह जलभराव हो गया। पूर्णागिरि मार्ग के बाटनागाड़ में आए मलबे से ककरालीगेट-पूर्णागिरि मार्ग रविवार को दिनभर बंद रहा।

राहत की बात यह रही कि रविवार को भी टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग खुला रहा। मलबा गिरने से जिले की 12 ग्रामीण सड़कों पर भी आवागमन नहीं हो पाया। बनबसा शारदा बैराज में शारदा नदी का जल स्तर बढ़ने से अलर्ट के चलते भारत-नेपाल के बीच आवाजाही भी बंद रही। 

टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार दूसरे दिन रविवार को खुला रहा। स्वांला, धौन, चल्थी, सूखीढांग सहित कई जगह आंशिक मलबा गिरा लेकिन इससे आवाजाही ज्यादा देर तक प्रभावित नहीं हुई। जिले की 12 सड़कें दिनभर बंद रहीं। बाटनागाड़ में मलबा आने से पूर्णागिरि धाम और टनकपुर-जौलजीबी के लिए वाहन नहीं चल पाए। इससे मां पूर्णगिरि के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालु रास्ते में फंसे रहे।

बनबसा के शारदा बैराज में हाई अलर्ट होने से भारत-नेपाल के बीच इस पुल के जरिए आवाजाही नहीं हो पाई। यहां सुबह छह बजे तक पानी का 1.75 लाख क्यूसेक रहा। हालांकि 10 बजे घटकर पानी का स्तर 1.40 लाख क्यूसेक तक आ गया। टनकपुर और बनबसा में वर्षा दोपहर एक बजे के आस-पास थम गई, लेकिन कई जगहों में जल भराव के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

किरोड़ा नाले के उफान पर आने से बोरागोठ, नयागोठ, वार्ड नंबर नौ घसियारा मंडी के अलावा गांव आमबाग, ज्ञानखेड़ा, बिचई आदि स्थानों में पानी लोगों के घरों में घुस गया।

नेपाल सीमा से घिरे थपलियालखेड़ा गांव में वर्षाती नालों का पानी भरने से लोग परेशान रहे। यहां कई घरों व प्राथमिक विद्यालय में भी पानी घुस गया। बनबसा के पचपखरिया, देवीपुरा, गुदमी गांव भी पानी भरने से जलमग्न हो गया। वहीं टनकपुर और बनबसा के कई ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव और पानी के तेज बहाव से धान की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है।

किसानों ने प्रशासन से उन्हें उचित मुआवजा देने की भी मांग उठाई है। इधर एसडीएम आकाश जोशी ने सिंचाई विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम के साथ जगह-जगह हो रहे जल भराव स्थलों का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को जल भराव की समस्या का शीघ्र निस्तारण करने को कहा।

जीआइसी रौंसाल की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त  
जीआइसी रौंसाल की दो सुरक्षा दीवारें अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इससे स्कूल भवन को खतरा पैदा हो गया है। पीटीए अध्यक्ष मोहन चंद्र पांडे ने बताया कि बीते दिनों हुई वर्षा से विद्यालय भवन के पीछे लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाई गई सुरक्षा दीवार तथा विद्यालय भवन के आगे बनी सुरक्षा दीवार ढह गई है। दोनों सुरक्षा दीवारें ढहने से स्कूल भवन व बच्चों के लिए खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग व शिक्षा विभाग से शीघ्र सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की है। पांडे ने बताया कि दोनों दीवारें पहले भी गिर चुकी थीं, जिन्हें नए सिरे से बनाया गया था।