अल्मोड़ा में रोडवेज बस की टक्कर से सफाई कर्मी की मौत, कई बसों को मारी टक्कर

अल्मोड़ा, अमृत विचार। अल्मोड़ा अंतरराज्जीय बस अड्डे में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। अनियंत्रित रोडवेज बस ने वर्कशॉप में कई बसों को टक्कर मार दी। इस हादसे में अन्य बसों की सफाई कर रहा एक सफाई कर्मचारी अनियंत्रित बस की चपेट में आ गया है। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद रोडवेज विभाग में हड़कंप मच गया। वहीं, अनियंत्रित बस का चालक वहां से फरार हो गया।
मिली जानकारी अनुसार गुरुवार दोपहर को बागेश्वर डिपो की खराब बस को ठीक करने के लिए चालक वर्कशाप ले जा रहा था। इसी दौरान वर्कशाप के ढलान में बस अचानक अनियंत्रित हो गई और चालक नियंत्रण खो बैठा। अनियंत्रित बस की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वहां बसों की सफाई कर रहे सफाई कर्मचारी विकास कुमार (36), निवासी वाल्मिकी बस्ती एनटीडी अल्मोड़ा बसे की चपेट में आ गया और उसके मौके पर ही मौत हो गई। सूचना के बाद घटना स्थल पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के भेजा। वहीं, हादसे के बाद मृतक के स्वजन में कोहराम मच गया।
लोगों में दिखा आक्रोश
लोअर मालरोड स्थित अंतरराज्जीय बस अड्डे में हादसे की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। यहां पहुंचे वाल्मिकी समाज के लोगों ने उच्चाधिकारियों के नहीं मिलने पर आक्रोश जताया। नाराज लोगों ने दोषी चालक को पकड़कर कार्रवाई की मांग उठाई। बाद में पुलिस के समझाने के बाद लोग माने। इस दौरान वाल्मिकी कल्याणकारी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एके सिंकदर पवार और देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री राजपाल पवार ने मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा राशि देने समेत चालक पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठाई।
दिल्ली से धरमघर को सवारी लेकर निकली थी बस
रोडवेज वर्कशॉप से मिली जानकारी अनुसार बस बागेश्वर डिपो की थी। जो दिल्ली से सवारी लेकर धरमघर को निकली थी, लेकिन गुरुवार तड़के अल्मोड़ा मालरोड में बस खराब हो गई। जिसके बाद बस में सवार यात्रियों को अन्य बस के माध्यम से गतत्व को भेजा गया। जबकि खराब बस को खराब बस को सही करने के लिए वर्कशॉप लाया जा रहा है। इसी दौरान वहां हादसा हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई थी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद चालक फरार हो गया था। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएंगी।
-जगदीश देऊपा, कोतवाल अल्मोड़ा।