श्रावस्ती: राप्ती में बढ़ा जलस्तर, कटान हुई तेज
श्रावस्ती, अमृत विचार। जिले में हो रही बारिश जहां एक तरफ किसानों के चेहरों पर खुशी लाई है, वहीं राप्ती नदी के तटीय इलाकों में कटान तेज हो गई है। भुतहा गांव के पास लगभग25 बीघा कृषि योग्य भूमि राप्ती नदी ने अपने आगोश में ले लिया।
इकौना विकास क्षेत्र के मालौना खशियारी में लगभग 75 बीघा कृषि योग्य जमीन राप्ती नदी में समाहित हो चुकी है। आसपास के गांवों को मिलाकर 100 बीघा से अधिक भूमि अब तक राप्ती नदी निगल चुकी है। शांत पड़ी राप्ती नदी पहाड़ों पर हुई बारिश के कारण उफान पर है। लगातार बढ़-घट रहे जलस्तर से कटान में तेजी आ रही है।
मलौना खसियारी गांव निवासी सूर्य कांत, बुद्ध सागर, चंद्र कांत की लगभग 32 बीघा कृषि योग्य भूमि व घनश्याम, बाबू पान्डेय व बड़कन की 10 बीघा, वहीं अंग्रेज, कमलेश, विजय बहादुर,राम गोपाल,नानबाबू, दशरथ, देवता दीन,की लगभग 25 बीघा कृषि योग्य भूमि राप्ती नदी में समा चुकी है। भुतहा गांव का प्राथमिक विद्यालय कटान के कगार पर है। स्कूल के ही निकट बुद्ध सागर यादव का मकान भी नदी के मुहाने पर है। इसी तरह से गांव के जिन लोगों के मकान नदी के किनारे पर है वो सभी कटान को लेकर परेशान हैं।
इस प्रकार से बढ़ता रहा राप्ती नदी का जलस्तर
सुबह 6 बजे राप्ती नदी का जलस्तर 127.500 सेंटीमीटर रहा। जो दोपहर 12 बजे बढ़कर 127.800 सेंटीमीटर पहुंच गया। इसी प्रकार से 1 बजे 128.00, तीन बजे तक 128.400 सेमी बढ़कर राप्ती नदी खतरे के निशान से 70 सेमी ऊपर पहुंच गई। शाम चार बजे तक जलस्तर बढ़कर 128.500 सेंटीमीटर पहुँच गया है।
ये भी पढ़ें -गोंडा: मंडल आयुक्त और डीआईजी ने किया थाना समाधान दिवस का निरीक्षण, सुनी शिकायतें