सुलतानपुर: आकाशीय बिजली की चपेट में आए दो की मौत, 2 झुलसे

सुलतानपुर: आकाशीय बिजली की चपेट में आए दो की मौत, 2 झुलसे

सुलतानपुर, अमृत विचार। मंगलवार की शाम चार बजे हुई बारिश से जनजीवन को जहां गर्मी से थोड़ी राहत मिली, वहीं कई परिवारों के लिए मुसीबत बन गई। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक युवक व एक महिला की मौत हो गई तो वहीं दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। कई लोगों के घरों पर पेड़ गिर पड़ा तो कई जगह पोल गिरने से आपूर्ति ठप हो गई।

सदर तहसील के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सैफुल्लागंज निवासी गोविन्द का 19 वर्षीय पुत्र शिवम खेत में काम करा था। अचानक बारिश शुरू हो गई तो बचने के लिए भागा। इसी बीच आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झुलस गया। वहीं, इसी गांव के सुरेंद्र यादव की पत्नी सोना देवी (48) नलकूप पर गई थी। अचानक शुरू हुई बारिश के बीच आकाशीय बिजली की चपेट में आने से झुलस गई। बारिश बंद होने पर आकाशीय बिजली से झुलसने की जानकारी मिलने पर परिजन राजकीय मेडिकल कालेज ले आए। जहां मौजूद चिकित्सकों ने शिवम व सोना देवी को मृत घोषित कर दिया। परिजन मृतकों के शव को लेकर घर चले आए। आकाशीय बिजली से मौत की सूचना मिलते ही हलका लेखपाल सुनील कुमार सिंह गांव पहुंच गए। इसी बीच एसडीएम सदर ठाकुर प्रसाद व गोसाईगंज थानाध्यक्ष भी मौके पर पहुंच गए । वहीं, जयसिंहपुर तहसील के हमजाबाद की एक 19 वर्षीय युवती भी घर के पास आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलस गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वर्जन-
मृतकों के शव का पंचनामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है, जल्द ही दैवीय आपदा सहायता राशि दिलाई जायेगी।- ठाकुर प्रसाद,उपजिलाधिकारी सदर

गंभीर हालत में युवक मेडिकल कॉलेज रेफर
धनपतगंज। स्थानीय थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी कर्मेंद यादव (39) पुत्र दयाराम भीषण गर्मी के चलते बाग में थे। शाम करीब चार बजे अचानक बारिश शुरु होने पर पेड़ की छांव में चले गए। इसी बीच आकाशीय बिजली की चपेट मे आने से झुलस गए। परिजन आनन फानन में उन्हें सीएचसी धनपतगंज ले गए, जहां मौजूद चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां झुलसे कर्मेंद यादव का इलाज चल रहा है।

झूम के बरसे बदरा, फिर भी उमस बरकरार
पिछले कई दिनों से हो रही कड़ी धूप व उमस भरी चिपचिपी गर्मी से मंगलवार की शाम इंद्रदेव की मेहरबानी से आमजन को थोड़ी राहत मिली। शाम करीब चार बजे शुरू हुई झमाझम बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन बारिश बंद होते ही उमस बढ़ गई। हालांकि, यह बारिश शहर व आसपास के इलाकों में हुई।

सुबह से ही कभी चिलचिलाती धूप तो कभी बादल छाए रहे। विद्युत कटौती व धूप से लोग गर्मी और उमस से त्रस्त हो गए थे। शाम को आसमान में काली घटाओं ने डेरा डाला और देखते ही देखते गरज चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश के दौरान तेज हवाओं के चलने से मौसम सुहावना हो गया। वहीं बारिश से किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं। खेती के जानकारों की मानें तो बारिश के बाद धान की रोपाई में तेजी आएगी।  धान की खेती में जुटे किसानों के लिए यह बारिश सोने पर सुहागा जैसे वाली होगी। किसानों ने कहा कि धान की फसल को अमृत मिल गया है। पिछले कुछ दिनों से बारिश की जरूरत महसूस की जा रही थी। बरसात न होने से किसानों की नर्सरी सूख रही थी और लोगों को भारी उमस भरी जिदगी जीने पर मजबूर होना पड़ रहा था। ऐसे में मगंलवार की शाम आधे घंटे के जोरदार बारिश से किसानों के चेहरे पर रौनक लौटी तो वही आमजनमानस गर्मी से राहत महसूस कर रहे है। क्षेत्र के राधेश्याम पटेल, अखिलेश्वर मौर्य, अंगद यादव, जमुना प्रसाद पाल आदि किसानों ने कहा कि बरसात से सूख रही फसलों को जीवनदान मिला है।

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