अयोध्या : ओवरब्रिजों को तय समय में पूरा कराए सेतु निगम
डीएम ने की निर्माणाधीन सेतुओं के प्रगति की समीक्षा, सात में दो का काम पूरा, पांच अब भी निर्माणाधीन
अयोध्या, अमृत विचार: शहर में विभिन्न मार्गों पर सात में से दो ओवरब्रिजों का निर्माण पूरा हो गया। पांच अब भी निर्माणाधीन हैं। डीएम नितीश कुमार ने गुरुवार को निर्माणाधीन ओवरब्रिजों की प्रगति समीक्षा। उन्होंने तय समय में सभी ओवरब्रिजों का निर्माण को पूरा कराए जाने का निर्देश दिया। साथ ही इनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने की हिदायत भी की।
अयोध्या धाम आने वाले पर्यटकों/श्रद्वालुओं/यात्रियों के साथ जनसामान्य के आने ने की सुविधा को बेहतर बनाए जाने के लिए ओवरब्रिजों का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड करवा रहा है। कलक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक में डीएम ने विभाग के उपपरियोजना प्रबंधक सेतु निगम से इस बावत जानकारी ली। अयोध्या धाम में पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ के पास रेलवे सम्पार संख्या 112ए (दो लेन) रेल उपरिगामी सेतु और एनएच 27 बाईपास से निकलकर मोहबरा बाजार होते हुए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लिए राम पथ तक जाने वाले मार्ग पर स्थित रेलवे सम्पार संख्या 111बी पर चार लेन रेल उपरिगामी सेतु का कार्य राम ललाकी प्राण प्रतिष्ठा के पहले पूरा हो गया था। इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री ने किया था।
इसी तहत 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर सूर्यकुण्ड स्थित रेलवे सम्पार संख्या १०५ पर दो लेन रेल उपरिगामी सेतु बनाया जा रहा है। इसकी कुल लम्बाई 675 मीटर है। उसका 91 फीसदी कार्य पूरा हो गया है। शेष कार्य अगस्त तक पूरा होगा। अयोध्या–अकबरपुर मार्ग पर सम्पार संख्या 118ए (फतेहगंज) पर दो लेन उपरिगामी सेतु का निर्माण कराया जा रहा है। इसकी कुल लम्बाई 793.95 मीटर है। इसका भी 82 फीसदी कार्य पूरा हो गया। शेष कार्य को अक्टूबर तक पूरा होगा। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर हलकारा का पुरवा रेलवे सम्पार संख्या 108एसी पर चार लेन रेल उपरिगामी सेतु का 10 फीसदी कार्य पूरा हो गया है।
इस रेल उपरिगामी सेतु को दिसम्बर 2025 तक पूर्ण करने की समयावधि तय है। इसी प्रकार रेल प्रखण्ड जफराबाद-अयोध्या-लखनऊ के अयोध्या स्टेशन के पश्चिम यार्ड में किमी० 968/2-3 पर स्थित रेलवे सम्पार संख्या 121बी (मोदहा) पर चार लेन उपरिगामी सेतु का 20 फीसदी कार्य पूरा हो गया। इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य दिसम्बर 2025 तक पूरा होगा। डीएम ने उपपरियोजना प्रबन्धक को सभी पुलों के निर्माण कार्यो को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में अनिवार्य रूप से पूर्ण कराने का निर्देश दिया। जिससे यात्रियों को इन स्थानों पर किसी प्रकार की जाम की समस्या का सामना न करना पड़े। इन मार्गों पर निरंतर और निर्वाध आवागमन हो।
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