सीएम रेखा गुप्ता ने ‘ठुल्ला’ वाले बयान पर दी सफाई, बोलीं -पुलिसकर्मियों को आहत करने का नहीं था कोई इरादा
अमृत विचार। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘‘ठुल्ला’’ वाले अपने बयान को लेकर कहा है कि उनका इरादा पुलिसकर्मियों को नीचा दिखाने या उनका अपमान करने का नहीं था। उन्होंने कहा कि वह पुलिसकर्मियों का बहुत सम्मान करती हैं। बुधवार शाम को एक न्यूज एजेंसी के साथ एक विशेष साक्षात्कार में 50 वर्षीय मुख्यमंत्री ने अतीत में विपक्षी नेताओं के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणियों को उनकी परिपक्वता की कमी का परिणाम बताया और कहा कि उन्हें अपनी गलतियों को स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं है।
मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा, ‘विभिन्न मंचों पर मुझसे गलतियां हुई हैं। उदाहरण के लिए, दिल्ली विधानसभा में अपने भाषण के दौरान मैंने एक घटना का जिक्र करते हुए ‘ठुल्ला’ शब्द का इस्तेमाल किया था। मेरा इरादा पुलिसकर्मियों या जवानों को आहत करने का नहीं था। मेरे मन में उनके लिए बहुत सम्मान है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मी राष्ट्र की सेवा में 24 घंटे काम करते हैं। उन्होंने कहा कि वह यह शब्दों में बयां नहीं कर सकतीं कि पुलिसकर्मियों के प्रति उनके मन में कितना सम्मान है, जो दिन-रात, भोजन, नींद और अपने परिवार की चिंता किए बिना एक फोन कॉल पर उपलब्ध रहते हैं और ‘‘हम उनसे अपना कर्तव्य निभाने की उम्मीद करते हैं।’
विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) ने 28 मार्च को विधानसभा में गुप्ता की टिप्पणी की कड़ी आलोचना की, जिसे उसने पुलिसकर्मियों का अपमान बताया है। मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा, ‘कभी-कभी हम बिना किसी इरादे के कुछ गलतियां कर देते हैं। जब आपको कुछ समय बाद एहसास होता है कि आपने गलती की है, तो आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं होनी चाहिए... मुझे अपनी गलतियों को स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं है।’
बता दे कि भाजपा नेता गुप्ता पहली बार विधायक बनी हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद दिल्ली में सरकार बनाई हैं। भाजपा ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को हराया जिसने राष्ट्रीय राजधानी पर 10 वर्ष तक शासन किया था। अतीत में विपक्षी नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर उनकी विवादास्पद टिप्पणियों और क्या उन बयानों को अलग तरीके से दिया जा सकता था, के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा कि हर व्यक्ति जीवन में धीरे-धीरे परिपक्व होता जाता है।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, ‘‘जब हम बचपन में बोलते थे, तो शायद हमें अपनी भाषा पर ज्यादा पकड़ नहीं होती थी। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हम कुछ हद तक परिपक्व होते हैं और आगे चलकर, हम अधिक परिपक्वता और बेहतर समझ प्राप्त करते हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा हर किसी के जीवन में होता है तथा उनके जीवन में भी ऐसा ही है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह ऐसी व्यक्ति हैं जो समय के साथ अपनी राय बदलने को तैयार हैं, सीएम गुप्ता ने कहा, ‘मैं ऐसी व्यक्ति हूं जो दूसरों को मना लेती हूं या उनसे सहमत हो जाती हूं। ऐसा नहीं है कि मैं केवल वही कहती हूं जो मुझे कहना होता है और दूसरों की नहीं सुनती।’ उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने सार्वजनिक संपत्तियों पर पोस्टर लगाने और दीवारों पर लिखने के खिलाफ अभियान शुरू किया है।
हालांकि वे स्वयं भी इस तरह के अव्यवस्थित प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं, जो आंखों में खटकता है और शहर की सुदंरता को बिगाड़ता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जबकि उनके पास दिल्ली की जिम्मेदारी है, तो उन्हें लगता है कि पोस्टर और दीवार लेखन से शहर बदसूरत दिखता है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने तय किया कि दिल्ली को ऐसा नहीं होना चाहिए, तो मैंने सबसे पहले दिल्ली के लोगों से माफी मांगी क्योंकि यह मेरी ओर से भी एक गलती थी जब मेरे कुछ समर्थकों ने मेरे पोस्टर (सार्वजनिक संपत्तियों पर) चिपकाए और दीवारों पर लेखन किया। मुझे एहसास हुआ कि यह गलत था।’
सीएम गुप्ता ने कहा, ‘अब, मैं कहती हूं कि हमें दिल्ली को साफ-सुथरा बनाना है। मैंने खुद से शुरुआत की, यह कहते हुए कि हम पोस्टर नहीं चिपकाएंगे। मैंने अपने सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है कि हमें एक स्वच्छ एवं सुंदर दिल्ली की ओर बढ़ना है और ऐसा करने से बचना है।’ उनकी कार्यशैली के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा कि वह अपने मिशन में जनता और समाज को साथ लेकर चलना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि केवल सरकार और मुख्यमंत्री के प्रयासों से शहर की स्थिति नहीं सुधरेगी। गुप्ता ने कहा कि ‘विकसित दिल्ली’, ‘स्वच्छ दिल्ली’ और ‘स्वस्थ दिल्ली’ का काम किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है, बल्कि इससे दिल्ली के हर नागरिक को जुड़ना होगा।
ये भी पढ़े : Happy Mahavir Jayanti 2025: देशभर में मनाई जा रही महावीर जयंती, अपनों को भेजे ये खास शुभकामना संदेश
