गुजरात: राजकोट के ‘गेम जोन’ में आग लगने से बच्चों समेत 27 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री मोदी ने राजकोट अग्निकांड में लोगों की मौत पर दुख जताया
राजकोट। गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार शाम एक ‘गेम जोन’ में लगी भीषण आग लग गई। आग की घटना से पूरा गेम जोन जलकर खाक हो गया है। जिसमें बच्चों सहित कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई।सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया
अधिकारियों ने बताया कि गेमिंग गतिविधियों के लिए निर्मित फाइबर के एक ढांचे में शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई, जिसके बाद प्रभावित टीआरपी गेम जोन में राहत एवं बचाव अभियान पांच घंटे से अधिक समय से जारी है। उन्होंने बताया कि भीषण आग के कारण ढांचा ध्वस्त हो गया।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विनायक पटेल ने कहा, "अभी तक हमने आग की घटना में 27 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। शव पूरी तरह से जल गए हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल है।" प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाना-मावा रोड स्थित गेम जोन में यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चों सहित कई लोग खेल रहे थे।
राजकोट के जिलाधिकारी प्रभाव जोशी ने कहा, ‘‘गेम जोन में आग लगने की सूचना अग्नि नियंत्रण कक्ष को शाम करीब 4:30 बजे मिली। आग बुझाने के लिए दमकल गाड़ियां और एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं और मलबा हटाया जा रहा है।’’ हालांकि, भीषण आग लगने का सही कारण पता नहीं चल पाया है। राज्य सरकार ने मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आग लगने की घटना में लोगों की मौत होने पर दुख व्यक्त किया और कहा है कि स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। मोदी ने बचाव और राहत प्रयासों के बारे में जानकारी लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "राजकोट में आग की घटना से हम सभी अत्यंत दुखी हैं। कुछ समय पहले गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल जी के साथ मेरी टेलीफोन पर बात हुई। उन्होंने मुझे प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।"
पटेल ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये तथा प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया है। आग लगने के बाद राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने मीडियाकर्मियों को बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी और शहर के सभी गेमिंग जोन को परिचालन बंद करने का संदेश जारी किया गया है।
पटेल ने ट्वीट किया, "राजकोट में आग की घटना पीड़ा देने वाली है। मैं इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।" उन्होंने कहा, "राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देगी। यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि ऐसी घटना दोबारा न हो।" पटेल ने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पूरी घटना की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी गई है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि नगर प्रशासन को ‘गेम जोन’ में तत्काल बचाव और राहत अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। पटेल ने पोस्ट किया, ‘‘राजकोट के गेम जोन में आग लगने की घटना में नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। घायलों के तत्काल उपचार की व्यवस्था को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने राजकोट अग्निकांड में लोगों की मौत पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के राजकोट में आग लगने की घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। मोदी ने बचाव और राहत प्रयासों के बारे में जानकारी लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से भी बात की।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, “राजकोट में आग की त्रासदी ने हम सभी को दुखी किया है। थोड़ी देर पहले उनके साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल जी ने मुझे प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए चल रहे प्रयासों के बारे में बताया।”
पुलिस ने कहा कि शाम को राजकोट शहर के एक भीड़-भाड़ वाले ‘गेम जोन’ में लगी भीषण आग में बच्चों सहित कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के लिए प्रार्थना। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है।” अधिकारियों ने बताया कि गेमिंग गतिविधियों के लिए निर्मित क्षेत्र में शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई, जिसके बाद प्रभावित टीआरपी गेम जोन में चार घंटे से अधिक समय से बचाव अभियान जारी है।
ये भी पढ़ें- वोट के आंकड़ों पर संदेह को फिर खारिज किया आयोग ने, कहा न्यायालय से मिला बल