बरेली: बच्चों की बेहतर उच्च शिक्षा के लिए बैंकों से लोन ले रहे अभिभावक

जिले में अब तक 20 से अधिक अभिभावकों ने ऋण के लिए किया आवेदन

बरेली: बच्चों की बेहतर उच्च शिक्षा के लिए बैंकों से लोन ले रहे अभिभावक

बरेली, अमृत विचार। यूपी बोर्ड और सीआईएससीई के 12वीं के परिणाम जारी होने के बाद छात्रों ने स्नातक की पढ़ाई की तैयारी शुरू कर दी है। अभिभावक छात्रों की बेहतर उच्च शिक्षा के लिए बैंकों से लोन लेने की जानकारी कर रहे हैं और कई ने आवेदन भी किए हैं। अभिभावकों की परेशानी कम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों में विद्या लक्ष्मी पोर्टल के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

बैंक अधिकारियों के अनुसार इस वित्तीय वर्ष में शिक्षा ऋण के लिए 107.52 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया है। अब तक 20 से अधिक लोगों ने ऋण के लिए आवेदन किया गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही में 117 लोगों को 20 करोड़ रुपये का ऋण आवंटित किया गया, जबकि पूरे वर्ष में 1485 लोगों को 117 करोड़ रुपये का ऋण आवंटित किया गया। भारतीय स्टेट बैंक के ऋण विभाग के रितेश कुमार ने बताया कि उच्च शिक्षा के लिए ऋण को दो श्रेणी स्कॉलर और विद्यार्थी ऋण में आवंटित किया जाता है। जिनमें स्कॉलर ऋण में आईआईटी, आईआईएम, एम्स में प्रवेश होने पर कोई गारंटर नहीं लगता है। 

वहीं, विद्यार्थी ऋण में सात लाख रुपये तक कोई गारंटर आवश्यक नहीं होता है। इसके ऊपर इंजीनियरिंग के लिए 20 लाख और मेडिकल की पढ़ाई के लिए 30 लाख तक ऋण के साथ ही प्रापर्टी बंधक अनिवार्य है। वहीं ग्लोबल एडवांटेज विदेश में पढ़ाई के लिए आवंटित किया जाता है, जिसमें डेढ़ करोड़ रुपये तक ऋण आवंटित किया जा सकता है। एलडीएम वीके अरोरा ने बताया कि शिक्षा ऋण के लिए किसी भी अभिभावकों को परेशानी न हो इसके लिए प्रत्येक बैंक में अलग काउंटर की व्यवस्था के लिए निर्देशित दिए गए हैं। अभिभावक अन्य जानकारी के लिए विद्या लक्ष्मी पोर्टल पर जानकारी कर सकते हैं।

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