प्रधानमंत्री वास्तविक मुद्दे छोड़ केवल हिंदू-मुस्लिम पर बहस छेड़ने में लगे : तेजस्वी यादव 

प्रधानमंत्री वास्तविक मुद्दे छोड़ केवल हिंदू-मुस्लिम पर बहस छेड़ने में लगे : तेजस्वी यादव 

पटना। बिहार विधानसभा में विपक्ष एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए आज कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वह महंगाई और बेरोजगारी जैसे वास्तविक मुद्दों को छोड़कर केवल हिंदू-मुसलमान पर बहस छेड़ने में लगे हैं।

तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान देश में वर्ष 1950 से 2015 तक हिंदू आबादी में 7.8 प्रतिशत की गिरावट और मुस्लिम आबादी में लगभग पांच प्रतिशत की वृद्धि बताने वाली रिपोर्ट से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि यह नरेंद्र मोदी सरकार का हिंदू-मुसलमान पर एक और बहस छेड़ने का प्रयास है।

उन्होंने कहा कि जनगणना वर्ष 2021 में होने वाली थी लेकिन इसमें देरी हुई, इसके लिए किसे दोषी ठहराया जाए। विपक्ष के नेता ने कहा, "जनगणना के बिना कोई इस तथ्य को कैसे स्वीकार कर सकता है कि हिंदू आबादी घट गई और मुस्लिम आबादी बढ़ गई है।

प्रधानमंत्री मोदी को मौजूदा लोकसभा चुनावों में अपने प्रचार अभियान में वास्तविक मुद्दों पर बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।” उन्होंने कहा कि उनके वादे के बावजूद वर्ष 2014 के बाद से हर साल युवाओं को दो करोड़ नौकरियां नहीं दी गई जबकि महंगाई में चिंताजनक वृद्धि हुई है। श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को विशेष दर्जा देने का वादा किया था

लेकिन बिहार में प्रचार के दौरान उनके भाषणों में इस मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं कहा गया। उन्होंने मोदी को सलाह देते हुए कहा कि वह चुनाव प्रचार के दौरान लोगों का वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने की बजाय लोकहित के मुद्दे पर बात करें।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हर गरीब के बैंक खाते में 15-15 लाख रुपये देने का वादा किया था लेकिन क्या किसी को मिला। उन्होंने कहा कि कोई भी श्री मोदी की तरह झूठ नहीं बोल सकता है।

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