पीलीभीत: टाइगर रिजर्व में 26 सफारी वाहनों के संचालन पर रोक, बीमा-प्रदूषण प्रमाणपत्र की वैधता समाप्त होने के बाद हो रहा था संचालन

पीलीभीत: टाइगर रिजर्व में 26 सफारी वाहनों के संचालन पर रोक, बीमा-प्रदूषण प्रमाणपत्र की वैधता समाप्त होने के बाद हो रहा था संचालन

पीलीभीत, अमृत विचार: पीलीभीत टाइगर रिजर्व में 26 सफारी वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी गई। विभागीय जांच में यह सभी वाहन बीमा एवं प्रदूषण प्रमाणपत्र की वैधता समाप्त होने के बाद संचालित किए जा रहे थे। अभिलेखों के परीक्षण के दौरान मामले का खुलासा होने पर महोफ वन क्षेत्राधिकारी ने कार्रवाई की है। इस कार्रवाई से सफारी संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी के लिए करीब 60 वाहनों का संचालन किया जा रहा है। इसमें 28 जीनॉन और शेष बचे जिप्सी वाहन हैं। पीटीआर में आने वाले सैलानियों को इन्हीं सफारी वाहनों के माध्यम से चूका बीच समेत पीटीआर के अन्य टूरिज्म प्वाइंटों की सैर कराई जाती है। बीते कुछ समय से पीटीआर के सफारी वाहन अपनी कारगुजारी से अफसरों के निशाने पर है। 

कुछ दिन पूर्व टाइगर रिजर्व प्रशासन को जंगल सफारी के दौरान कुछ चालकों एवं गाइडों द्वारा पर्यटकों को बाघ दिखाने के नाम पर वाहनों से बाघों को घेरने की जानकारी मिली थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए टाइगर रिजर्व प्रशासन ने सफारी वाहनों को एक साथ न जाकर अलग-अलग रूटों पर जाने के निर्देश दिए थे।

हालांकि इसको लेकर कुछ सफारी चालक एवं गाइडों ने विरोध भी जताया था। हालांकि जंगल में नियमों की सख्ती के आगे विरोध ठंडा पड़ गया। इधर बुधवार को पीटीआर में 26 सफारी वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी गई। इसमें नौ जीनॉन एवं 17 जिप्सी वाहन शामिल हैं।

महोफ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी सहेंद्र कुमार यादव ने बताया कि  सफारी वाहनों के संचालकों से वाहनों की पड़ताल को लेकर अभिलेख मांगे गए थे। अभिलेखों के परीक्षण के दौरान यह सभी सफारी वाहन बगैर बीमा एवं प्रदूषण प्रमाणपत्र की वैधता समाप्त होने के बाद भी संचालित किए जा रहे थे।

इसमें 14 सफारी वाहनों बगैर बीमा एवं 18 सफारी वाहन के प्रदूषण पत्र की वैधता समाप्त पाई गई। वाहनों के बीमा एवं प्रदूषण प्रमाण पत्र के नवीनीकरण न होने तक इन वाहनों के संचालन पर रोक जारी रहेगी। इधर वन क्षेत्राधिकारी द्वारा की गई कार्रवाई से सफारी वाहन संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।

शासन स्तर पर हो चुकी है जीनॉन गाड़ियों की शिकायत
बता दें कि पूर्व में शासन स्तर पर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में जीनॉन गाड़ियों के संचालन को लेकर भी शिकायत हो चुकी है। जिसमें विभिन्न गाइडलाइनों का हवाला देते हुए जीनॉन सफारी के संचालन को गलत बताया गया था। ये भी कहा था कि ये डीजल से चलने वाले वाहन है, जोकि प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं। इसके साथ ही नियमानुसार टाइगर रिजर्व क्षेत्र में इनका संचालन नहीं हो सकता है।  हालांकि इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया गया था।

34 वाहनों से कराई जाएगी सैर
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में चल रही 26 सफारी वाहनों के संचालन पर रोक लगाई जा चुकी है। मौजूदा पर्यटन सत्र 15 जून तक चलेगा।  ऐसे में अब पर्यटकों के लिए पीटीआर में सैलानियों को जंगल सफारी कराने की जिम्मेदारी 34 वाहनों के कंधों पर होगी।   फिलहाल किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए टाइगर रिजर्व प्रशासन ने जिम्मेदारी तय कर दी है। दावा है कि किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

पीटीआर में 26 सफारी वाहनों के संचालन पर रोक लगाई गई है। अभिलेखों के परीक्षण में इन वाहनों का बीमा एवं प्रदूषण प्रमाण पत्र की वैधता समाप्त पाई गई थी--- मनीष सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व।

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