बरेली: मुस्लिम इलाकों में सारे काम छोड़कर पहले मतदान करने निकली महिलाएं

मुस्लिम महिलाएं.... कुछ तीन तलाक कानून से संतुष्ट, ज्यादातर हिजाब पर गोलबंदी से नाराज

बरेली: मुस्लिम इलाकों में सारे काम छोड़कर पहले मतदान करने निकली महिलाएं

बरेली, अमृत विचार। भाजपा सरकार में तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने के मुद्दे ने इस चुनाव में भी काम किया लेकिन ज्यादा नहीं। ज्यादातर मुस्लिम महिलाओं ने हिजाब के खिलाफ गोलबंदी पर नाराजगी जताई। कई मुस्लिम महिलाओं ने मुफ्त राशन और विकास के मुद्दे पर भी भाजपा को वोट देने की बात कही।

शहरी इलाकों में मुस्लिम महिलाओं ने भी मतदान करने के लिए बराबर का जोश दिखाया। मौलाना आजाद इंटर कॉलेज के मतदान केंद्र से निकल रही मैना ने बताया कि तीन तलाक पर कानून जरूर बना है लेकिन मुस्लिम महिलाएं अपने मजहब से अलग नहीं हैं। उन्होंने बदलाव के लिए मतदान किया है। बालजती स्कूल में वोट डालकर आईं निशा बोलीं, हमारे हिजाब को लेकर सवाल खड़े किए गए। स्कूल कॉलेजों में पाबंदी तक लगाई गई। इसका जवाब वोट से दिया है।

हमारा हिजाब हमारी पहचान है, इस पर सियासत करना ठीक नहीं था। हमारे लिए नारी सुरक्षा और मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा बड़ा मुद्दा है, इसी पर वोट डाला है। - तैयबा, पुराना शहर

तीन तलाक के मुद्दे पर सियासत का मुस्लिम महिलाओं में कोई प्रभाव नहीं है। हमारे समाज की महिलाएं आगे बढ़ रही हैं, राजनीतिक रूप से जागरूक भी हुई हैं। - मेहरुन्निसा, पुराना शहर

तीन तलाक जैसे मुद्दों पर मुस्लिम महिलाएं जागरूक हैं, हमारा वोट विकास के मुद्दे पर है। इस सरकार में मुस्लिम महिलाओं के लिए काफी कुछ हुआ है। - बुशरा नकवी, जखीरा

इस सरकार में हो रहे विकास पर हम अपना वोट दे रहे हैं। तीन तलाक पर कानून बनने से मुस्लिम महिलाओं के साथ न्याय हुआ है। सभी को राशन मिल रहा है। - फिजा अली, पुराना शहर

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