डिजिटल अरेस्ट : सीबीआई अधिकारी बनकर बुजुर्ग से हड़पे 29 लाख

- अलीगंज पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर

 डिजिटल अरेस्ट : सीबीआई अधिकारी बनकर बुजुर्ग से हड़पे 29 लाख

अमृत विचार, लखनऊ। अलीगंज थाना अंतर्गत साइबर अपराधियों ने एक बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर कई मदों में उससे करीब 29 लाख रुपये हड़प लिए हैं। जालसाजों ने सीबीआई अधिकारी बनकर बुजुर्ग को कॉल किया। फिर उनके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों के लिए होने का दावा कर सुप्रीम कोर्ट के जरिए कार्रवाई होने का डर दिखा धोखाधड़ी की है। यह आरोप लगाते हुए पीड़ित ने अलीगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।

प्रभारी निरीक्षक विनोद तिवारी के मुताबिक, अलीगंज सेक्टर-डी निवासी विनय कटियार के पास बीते 17 अप्रैल को अन्जान नंबर से कॉल आई। फोनकर्ता ने बताया कि उनके मोबाइल नम्बर का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों के लिए हो रहा है। यह सुनकर बुजुर्ग ने कॉल काट दी। लिखित शिकायत में पीड़ित ने बताया कि कुछ देर बाद उनके मोबाइल पर दोबार कॉल आई।

इस बार फोनकर्ता ने अपनी पहचान मुम्बई सीबीआई में तैनात नवजोत सिम्मी के तौर पर की। इसके बाद जालसाज ने कहाकि, उन पर मनी लांड्रिंग के साथ नेशनल सीक्रेट एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। मामले को रफादफा करने के लिए जालसाज ने अपने खाते में रुपये जमा करने का दबाव बनाया। पीड़ित ने बताया कि जालसाजों के बहकावे में आकर उन्हें कई मदों में करीब 29 लाख रुपये खाते में जमा कर लिए है। इसके बावजूद जालसाज पीड़ित से पांच लाख रुपये देने का दबाव बनाने लगा। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।