गोंडा : सुखमनी नदी के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा, सूखे भू-भाग पर दबंगों का कब्जा

गोंडा : सुखमनी नदी के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा, सूखे भू-भाग पर दबंगों का कब्जा

गोंडा, अमृत विचार। सतयुग काल से आम जनमानस को सुख प्रदान करने वाली पौराणिक सुखमनी (अब सुखनई) नदी को भागीरथ का इंतजार है। इसका अस्तित्व मिटने के कगार पर है। जलस्रोतों के बंद हो जाने से सूखने के कगार पर पहुंच चुकी इस नदी के सूखे भाग पर दबंगों ने कब्जा कर के खेती करना प्रारंभ कर दिया है। जिले की पैराणिक सुखमनी नदी को सूखने के कारण अपभ्रंश रूप में अब सुखनई नदी के नाम से जाना जाता है। बुजुर्ग इसका उद्गम स्थल सरयू नदी ऐली परसौली बताते हैं।

यहां से निकलकर मां बाराही के चरणों को धोती हुई आगे चलकर बेलसर के करीब से होते हुए टेढ़ी नदी में विलीन हो जाती है। पुराणों में वर्णित कथा के अनुसार पृथ्वी उद्धार के समय भगवान बाराह की सहायता के लिए लक्ष्मी रूपी मां बाराही मुकुंदपुर में सुखमनी नदी के तट पर अवतरित हुई थी। विभिन्न बांधों के निर्माण से जल स्रोतों के बंद हो जाने पर सूखने के कगार पर पहुंच चकी इस नदी पर दबंगों ने कब्जा कर के खेती करना शुरू कर दिया है। जिसको लेकर आम जनमानस में आक्रोश पनप रहा है।

Routine Organization Exams mental map (1920 px × 1080 px)

आदिकाल से आम जनमानस को सुख प्रदान करने वाली इस जीवनदायिनी सुखमनी नदी के उद्धार को लेकर अब ग्रामीण मुखर होने लगे हैं।‌ ऐली परसौली के सुरजीत सिंह कहते हैं कि सरकारी उदासीनता के चलते पौराणिक स्थलों व नदियों का कोई पुरसाहाल नहीं है। यह नदी अपने पौराणिक नाम की सार्थकता को सिद्ध करती थी और लोगों को सुख प्रदान करती थी, लेकिन अब वह स्वयं अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। उमरी के हरिपाल का कहना है धीरे-धीरे नदी विलुप्त हो रही इस नदी के उद्धार किया जाना चाहिए‌।

श्याम बिहारी यादव कहते हैं कि यह नदी पौराणिक महत्त्व की नदी है। शासन प्रशासन के लोग इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने इसके उद्धार के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग अधिकारियों से की है। शिव बहादुर सिंह का कहना है कि नदी के सूखे भूभाग पर दबंगों ने कब्जा कर खेती करना शुरू कर दिया है। प्रशासन को चाहिए कि नदी के भू भाग को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराएं और इसके पुनरुद्धार के लिए आवश्यक कदम उठाया जाए।

 

ये भी पढ़े: CISCE 10वीं, 12वीं 2024 का परिणाम हुआ जारी, लिंक पर जाकर ऐसे करें चेक