Banda: डोली की जगह अब उठेगी अर्थी! बेटे ने कार से पिता को कुचला फिर दस मीटर तक घसीटा, मौत
पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
बांदा में बड़े पुत्र की बारात लेकर आए पिता को मझले पुत्र ने कार से दस मीटर तक घसीट दिया। घटना के बाद वह वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। बाद में पता चलने पर उन्हें सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बांदा, अमृत विचार। बड़े पुत्र की बारात लेकर आए पिता को मझले पुत्र ने बोलेरो से दस मीटर तक घसीट दिया जिससे उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही घरवालो में कोहराम मच गया। शादी की सभी रस्में रोक दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बिसण्डा थाना क्षेत्र के हनुमान नगर निवासी गनेश (60) पुत्र भग्गू के बड़े पुत्र विनोद की गुरूवार को शादी थी। बारात बदौसा थाना क्षेत्र के पौहार गांव के मजरा कुम्हारन पुरवा निवासी कमलेश के प्रजापति के घर आई थी। रात करीब दो बजे द्वारचार की रस्म हो रही थी।
द्वारचार में महिलाए कलसा लिए खड़ी थी। कलसा में महिलाओं को साड़ी देना था। दूल्हे का मझला भाई बुलेरो लेकर जनवासे साड़ी लेने जा रहा था। वह बुलेरो को बैक कर रहा था। रास्ते में उसका पिता गनेश लघूशंका के लिए बैठा था। बुलेरो ने उसे कुचल दिया और दस मीटर तक घसीट ले गया।
अंधेरा होने की वजह से दूल्हे का भाई कुछ समझ नही पाया। दूल्हे का भाई वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। कुछ देर के बाद वहां से गुजर रहे ग्रामीणो ने देखा तो बरातियों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे बरातियो ने देखा तो वह दूल्हे का पिता निकला।
खबर मिलते ही शादी वाले घर में अफरा-तफरी मच गई। घायल गनेश को तत्काल सीएचसी अतर्रा ले जाया गया। जहां डॉक्टरो ने देखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर मिलते ही परिजनो में कोहराम मच गया। शादी की खुशियां मातम में बदल गई।
बिना दूल्हन लिए लौटी बरात
हादसे में दूल्हे के पिता की दर्द नाक मौत हो गई। सभी बराती बैड बाजो की धुन में नाच रहे। हादसे की खबर मिलते ही शादी की खुशिया मातम में बदल गई। शादी की सभी रस्में रोक दी गई। दूल्हा बिना दूल्हन को बिदा कराए ही बारात को वापस अपने घर ले आया। दूल्हे के भाई अरविंद ने बताया कि शादी दो माह बाद होगी।
बदरंग हो गया दूल्हन की मेहदी का रंग
भावरे पड़ने से पहले दूल्हन कुती ने हाथो में मेंहदी रचा रखी थी। घरवाले शादी की खुशी मे सराबोर थे। कुंती को क्या पता था कि जिस घर में उसे जाना है। उस घर में दुख का पहाड़ टूट पड़ेगा। अचानक उसके ससुर की हादसे में मौत हो जाने से उसकी मेंहदी का रंग बदरंग हो गया।