Unnao: परिषदीय विद्यालयों के नामांकन में आड़े आ रही बच्चों की ‘उम्र’...संख्या पूरी करना शिक्षकों के लिए बना टेढ़ी खीर

शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत छह वर्ष तक के बच्चों का कक्षा एक में होना है प्रवेश

Unnao: परिषदीय विद्यालयों के नामांकन में आड़े आ रही बच्चों की ‘उम्र’...संख्या पूरी करना शिक्षकों के लिए बना टेढ़ी खीर

उन्नाव, अमृत विचार। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षण स्टाफ को इस बार भी कक्षा एक में छात्र-छात्राओं के नामांकन कराने में पसीना छूट रहा है। एक ओर परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम की गाइडलाइन के तहत छह वर्ष तक के बच्चों का नामांकन होता है। वहीं, दूसरी ओर निजी विद्यालय प्री-नर्सरी व नर्सरी कक्षा में पांच व इससे कम आयु के बच्चों को भी प्रवेश दे रहे हैं। इससे नए शिक्षा सत्र में भी अपेक्षित नामांकन होना मुश्किल लग रहा है। 

बता दें सत्र शुरू होते ही विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया तो शुरू है लेकिन, शिक्षक-शिक्षिकाओं को कक्षा एक में प्रवेश के लिए छह वर्ष आयु के बच्चे ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। हालांकि, शिक्षण स्टाफ ग्राम प्रधानों व निकायों के सभासदों के संपर्क में रहकर अभिभावकों से मिलकर नामांकन बढ़ाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। 

वहीं,  शिक्षकों का कहना है कि पिछले सत्र में छह वर्ष से कम आयु के बच्चों के प्रवेश कर लिए गए थे। जिससे इस बार भी निर्धारित आयु के बच्चे गावों में नहीं मिल पा रहे है। अभिभावक पांच वर्ष की आयु पूरी होते ही हरहाल में बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं। 

वहीं, परिषदीय विद्यालय पहुंचने पर छह साल का पूरा होने पर ही बच्चों को प्रवेश दिए जाने की बाध्यता बता शिक्षक हाथ खड़े कर देते हैं। इसके विपरीत निजी स्कूलों में प्री-नर्सरी, नर्सरी व केजी में इससे कम उम्र के बच्चों को भी प्रवेश दे दिया जाता है। जिससे परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक के बच्चों की संख्या पूरी कर पाना शिक्षकों के लिये टेढ़ी खीर बनता जा रहा है।

ये भी पढ़ें- UP Accident: मैनपुरी में सड़क हादसे में कन्नौज के चार लोगों की मौत...24 घायल, नामकरण संस्कार से लौट रहे थे