नैनीताल: चुनाव ड्यूटी में रोडवेज की बसों का इस्तेमाल, यात्री परेशान

नैनीताल: चुनाव ड्यूटी में रोडवेज की बसों का इस्तेमाल, यात्री परेशान

नैनीताल, अमृत विचार। पहले हो दिक्कतों से जूझ रहा रोडवेज के लिए लोकसभा चुनाव ने मुसीबत और बढ़ा दी है। बसों के चुनाव में चले जाने के बाद से रोडवेज की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। बसों की कमी से नैनीताल से गोपेश्वर और देहरादून सुबह 7:15 की बस सेवा बंद कर दी। सिर्फ चार रूटों पर ही बसों का संचालन हो रहा है।

नैनीताल से रोजाना रोडवेज की लगभग 25 बसों का संचालन किया जाता है। जो नैनीताल से हल्दद्वानी, देहरादून, दिल्ली, मसूरी और आगरा चलाई जाती हैं। उत्तराखंड परिवहन निगम पहले से चालक, परिचालकों और बसों की कमी से जूझ रहा है। इस पर लोकसभा चुनाव से दिक्कतें और बढ़ गई हैं।

रोडवेज को लोकसभा चुनाव के कार्यों के लिए भेजना पड़ रहा है। इससे रोडवेज को दोहरी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। एक तो पहले से ही चालक, परिचालक और बसो की कमी होने से रोडवेज के बहुत से रूटों पर संचालन नहीं हो रहा था। वहीं, अब बसों की कमी से पहले से चलने वाले रूटों के संचालन में भी बाधा आ रही है। बसों के नहीं चलने से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। यात्रियों को मजबूर होकर टैक्सियों का सहारा लेना पड़ रहा है। इसका सीधा असर उनकी जेब पर पड़ रहा है। सोमवार को रोडवेज के दो रूटों नैनीताल-गोपेश्वर, नैनीताल-देहरादून पर बसों का संचालन बाधित रहा।

रोडवेज़ की महाप्रबंधक पूजा जोशी ने बताया कि चुनाव ड्यूटी के लिए हल्द्वानी काठगोदाम और भवाली डिपो से 12 बसों की मॉंग को पहले पुरा कर दिया गया है।और सोमवार को 35 सीटर 34 बसों की और डिमांड आयी है।