Kanpur: चुनौती बना शहर को टीबी मुक्त करना; मरीजों के इलाज में मिली खांमियां, डीएम ने दिए ये निर्देश...
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त कराना, स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि टीबी रोगियों को खोजने में जिले के कुछ स्वास्थ्य अधिकारी नाकाम साबित हो रहे है। वहीं, जो वर्तमान में रोगी है, उनको सही तरह से इलाज भी नहीं मिल रहा है। इसी वजह से प्रदेश में कानपुर जिला 75वें पायदान है। राज्य स्तरीय टीम के निरीक्षण के बाद डीएम ने जिले की रैंकिंग में सुधार के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसके तहत प्रदेश में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वर्तमान में कानपुर जिले में 13,176 टीबी रोगी है और 505 एमडीआर के रोगी है। अभी हाल ही में टीबी के डिप्टी स्टेट ऑफिसर डॉ.रिशी सक्सेना ने पांच सदस्यीय टीम के साथ कानपुर के कुछ क्षेत्रों में निरीक्षण राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम का हाल जाना था।
साथ ही टीबी रोगी खोजने की स्थिति और उनका इलाज किस प्रकार किया जा रहा है आदि जानकारी हासिल की थी, जिसमें उनको कुछ कमियां मिली थी। इसके बाद उन्होंने सरसैया घाट स्थित सभागार में डीएम राकेश कुमार सिंह व सीएमओ डॉ.आलोक रंजन के साथ बैठक कर जानकारी दी। डीएम ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यकम सूचकांकों में सुधार लाने के लिए राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक दल की उपस्थिति में जिले के टीबी इंडीकेटर को सुधार के निर्देश दिए। ताकि प्रदेश में कानपुर की रैंकिंग में सुधार आ सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि वर्ष 2022 -23 के जिन क्षेत्रों में सामान्य से अधिक मरीज पंजीकृत किये गए थे, उन क्षेत्रों में अधिक फोकस कर कार्य किया जाए। जिले में जनसंख्या के अनुसार डीएमसी तैनात करने और प्रतिमाह उनसे सात सौ जांचे कराने का लक्ष्य तय करने के निर्देश। वहीं, उन्होंने सभी स्टाफ को अपने दायित्यों का अनुपालन समय से शत्प्रतिशत कराना सुनिश्चित करने को बोला।
सभी टीबी कोऑर्डिनेटर ने नगर निगम स्थित आई ट्रिपल सी कंट्रोल रूम में बैठक करे। जहां स्टाफ द्वारा पूर्व से चिन्हित मरीजों को कॉल कर उनसे राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम सूचकांकों के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त करते हुए रजिस्टर में अंकित करे और उसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को अवगत कराएं।
डीएम ने यह दिए निर्देश
- प्रत्येक एनटीईपी स्टाफ का लक्ष्य सुनिश्चित कर उनकी तैनाती की जाए।
- क्षय उन्मूलन के लिए ट्रैक, टेस्ट और इलाज की नीति पर कार्य किया जाए।
- सभी क्षयरोगी की मैपिंग की जाए और स्टाफ सभी जांच व उनका इलाज करे।
- डीबीटी के लिए बैंक डिटेल समय से पूर्ण कराएं, ताकि भुगतान हो सके।