हल्द्वानी: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को मिलेगी आंचल की दूध-लस्सी, यात्रा रूट पर खोले जाएंगे कैफे

ललित पांडे, हल्द्वानी, अमृत विचार। अब चारधाम यात्रा में श्रद्धालु, राज्य के स्थानीय दुग्ध उत्पाद आंचल के दूध, दही, लस्सी, आइसक्रीम का स्वाद ले सकेंगे। डेयरी फेडरेशन चारधाम यात्रा रूट में कैफे बनाने की तैयारी में है, इसके लिए स्थान भी चिन्हित कर लिए गए हैं। बर्फबारी कम होते ही कैफे खोलने का काम शुरू हो जाएगा।
डेयरी फेडरेशन के अधिकारियों के अनुसार, पहाड़ में कैफे खोलने की योजना है। इसमें दूध, लस्सी, दही, आइसक्रीम वगैरह उत्पाद टेट्रा पैक में उपलब्ध होंगे। इसकी शुरुआत आगामी चारधाम यात्रा से की जाएगी। इसके लिए रुद्रप्रयाग में एक दर्जन से अधिक स्थानों को चिन्हित किया गया है। केदारनाथ में अभी बर्फबारी है इसलिए वहां स्थान चयनित नहीं हो सके हैं। बर्फबारी समाप्त होने के बाद यहां कैफे के लिए जगह चिन्हित की जाएंगी। चमोली में भी पांच कैफे खोले जाएंगे। केंद्र सरकार के सहयोग से संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी।
रोजाना औसतन 50 हजार लीटर दूध का उत्पादन बढ़ा
हल्द्वानी : राज्य में दूध के उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष प्रतिदिन औसतन 50 हजार लीटर दूध का उत्पादन बढ़ा है। इस तरह कुल उत्पादन 2.52 लाख लीटर हो गया है। दूध की खपत के बाद बचे हुए दूध का पाउडर बनाया जा रहा है। करीब 3 करोड़ रुपये का मिल्क पाउडर कंपनी के पास मौजूद है। वर्तमान में दुग्ध संघ के 52 हजार सदस्य व 2600 समितियां हैं।
पर्वतीय जिलों में कैफे खोले जाने की योजना है। इसकी शुरुआत इस वर्ष होने वाली चारधाम यात्रा रूट से की जाएगी। रुद्रप्रयाग, चमोली में स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं। केदारनाथ में बर्फबारी खत्म होने के बाद बूथ के लिए स्थान चिन्हित किए जाएंगे। इससे कारोबार को बढ़ावा मिलेगा।
- जयदीप अरोड़ा, प्रबंध निदेशक, डेयरी फेडरेशन