बहराइच: धूप हो या छांव कम लागत में हल्दी की खेती से कमाएं ज्यादा मुनाफा, कम खर्च में ऐसे उगाएं यह नकदी फसल

राजू जायसवाल/ बहराइच, अमृत विचार। जनपद के किसान अब गन्ने के साथ नकदी फसल के रूप में हल्दी की खेती में किस्मत आजमाने लगे हैं। इसका लाभ भी किसानों को मिल रहा है। हल्दी की खेती बाग में भी कर सकते हैं। ऐसे में कम लागत में अधिक लाभ के लिए अब किसान हल्दी की खेती की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। हल्दी की खेती से गन्ने के बराबर किसान लाभ उठा रहे हैं।
तराई का बहराइच जिला कृषि बाहुल्य क्षेत्र है। जिले के किसान नकदी फसल के रूप में गन्ने की बुआई अभी तक करते आ रहे हैं। लेकिन अब गन्ने के अलावा अन्य फसलों की बुआई शुरू कर दी है। इनमें से ही हल्दी और अदरक की खेती है।
हल्दी की खेती में अब किसानों का रुझान बढ़ता जा रहा है कम लागत में अच्छे मुनाफे की यह खेती मानी जाती है और यह किसानों को लोकल मंडी में भी अच्छा भाव देती है। यह फसल मसालों से ले कर दवा के तौर पर इस्तेमाल की जानेवाली तथा कई तरह के चमत्कारिक गुण रखने हल्दी की फसल अब तैयार हो चुकी है। इसको देखते हुए बहराइच में अब किसानों का रुझान हल्दी की खेती की ओर बढ़ता जा रहा है।
हल्दी की खेती के कई फायदे किसानों को मिल रहें है जिससे किसान की दिलचस्पी इसकी खेती करने में बढ़ने लगी है। सबसे पहले इसको खेती के लिए धूप की जरूरत कम होती है तथा कोई कीटनाशक डालने की भी जरूरत नहीं है। बस घरेलू खाद से ही फसल बढ़िया हो जाती है।
खास बात यह है कि इसके पौधे से ही बीज भी मिल जाता है। हल्दी को किसान सालो तक रख भी सकता है और लोकल मंडी में भी अच्छे भाव पे किसान इसको बेच सकता है। कम लागत में गन्ने की फसल के बराबर किसानों को मुनाफा देने वाली हल्दी की खेती का चलन बहुत तेज़ी से बढ़ता जा रहा है।
गन्ने के बराबर मिल रहा मुनाफा
जिले के शाहनवाजपुर गांव में हल्दी की खेती कर रहे किसान बजरंग बली पाठक ने भी हल्दी की खेती शुरू कर दी है। इनका कहना है के गन्ने के बराबर ये किसानों को मुनाफा देती है और लागत भी कम आती है। बलुई मिट्टी और कम धूप वाले खेतों में भी इसकी खेती बड़े आराम से की जा सकती है।
बहराइच:
— amrit vichar (@amritvicharlko) January 28, 2024
धूप हो या छांव कम लागत में हल्दी की खेती से उठाएं अधिक लाभ,
गन्ने की तरह हल्दी है नकदी फसल, किसान हल्दी की खेती की तरफ बढ़ा रहे कदम pic.twitter.com/EAGtJwYSFt
घर पर ही रख सकते हैं हल्दी
जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि जिले के किसान हल्दी और अदरक की खेती कर रहे हैं। यह अच्छा निर्णय है। उन्होंने बताया कि हल्दी को घर पर ही रख सकते हैं। भाव आने पर बिक्री कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आलू को कोल्ड स्टोरेज में रखा जाता है। लेकिन इसे घर पर ही रख कर उचित भाव मिलने पर बिक्री कर सकते हैं।
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