Kanpur के जूही इलाके में पति-पत्नी और बेटे की मौत, नाती और नातिन की हालत गंभीर... कमरे में अंगीठी जलाकर सोए थे
कानपुर में अंगीठी जलाकर सोने से तीन की मौत।

कानपुर के जूही परमपुरवा के बसंती नगर इलाके में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। तीनों अंगीठी जलाकर सोए थे।
कानपुर, अमृत विचार। जूही परमपुरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत बसंती नगर इलाके में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। बताया जा रहा अंगीठी के धुएं की चपेट में आने से पति-पत्नी और बेटे की मौत हो गई। जबकि नाती और नातिन की जान बच गई।
घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। जानकारी पाकर डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
बसंती नगर में जूही यार्ड के पास स्थित पूरनचंद्र शर्मा (90) का घर के नीचे ग्राउंड फ्लोर पर कारखाना है। जबकि फर्स्ट फ्लोर पर वह परिवार समेत रहते थे। जबकि उनका सेकेंड फ्लोर निर्माणाधीन है। रविवार रात पूरनचंद्र शर्मा उनकी पत्नी मिथिला शर्मा (85), बेटा नरेंद्र शर्मा (50), नरेंद्र की बेटी निमिशा और बेटा ध्रुव एक ही कमरे में सोए थे।
वहीं, ठंड के कारण नरेंद्र ने कमरे में अंगीठी जला ली थी। अंगीठी जलने के कारण ही कमरे में धुआं भर गया। जिसकी चपेट में आने से पूरनचंद्र, उनकी पत्नी मिथिला और उनके बेटे नरेंद्र की मौत हो गई। जबकि नरेंद्र के बच्चे निमिशा और ध्रुव की जान बच गई। इधर, सुबह सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को लेकर कॉडियोलॉजी अस्पताल लेकर आई। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
दूध वाले के आने पर ध्रुव ने जगाया
सोमवार सुबह दूध वाले के आने पर ध्रुव ने पिता और बाबा, दादी को जगाया, तब कोई जवाब नहीं मिलने पर उसने परिवार के साथ अन्य लोगों को सूचना दी। एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।
पिता, बाबा-दादी के शव देख बेसुध हुए बच्चे
अंगीठी जलाकर सोने से पिता नरेंद्र, बाबा पूरनचंद्र और दादी मिथिला की मौत से उनके दोनों बच्चे रो-रोकर बेहाल हो गए। वहीं, बार-बार सिसक सिसक कर रो रहे। परिजन और आस-पड़ोस के लोग उन्हें ढाढ़ंस बंधा रहे।
मां के बाद अब पिता ने भी छोड़ा साथ
नरेंद्र की पत्नी प्रतिभा की सात साल पहले मौत हो चुकी थी। इधर, अंगीठी जलाकर सोने से पिता, बाबा-दादी की मौत से बच्चे बेहाल हो गए। वह रो-रोकर कह रहे थे कि ऐसा क्या गुनाह किया भगवान जो, मां के बाद अब पिता, बाबा-दादी को भी छीन लिया।
दूसरे कमरे में सो रहा था
नरेंद्र का दूसरा भाई रामजी, पत्नी रजनी, दो बच्चे, छज्जू और मोमो के साथ बगल वाले कमरे में सो रहा था। वहीं, नरेंद्र के बच्चे ध्रुव और निमिशा की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिनको इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।