सर्दियों में कहीं आप भी तो नहीं हो रहे डिप्रेशन के शिकार?, ऐसे लक्षण दिखें तो करें ये उपाय

सर्दियों में कहीं आप भी तो नहीं हो रहे डिप्रेशन के शिकार?, ऐसे लक्षण दिखें तो करें ये उपाय

बरेली, अमृत विचार। कड़ाके की ठंड के साथ अब डिप्रेशन के मरीजों की भी संख्या में बढ़ोतरी नजर आ रही है। अक्सर अगर किसी व्यक्ति को तनाव की समस्या रहती है तो सर्दियां आते ही उसकी ये समस्या बढ़ सकती है।

ऐसे में बात अगर जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या की करें तो रोजाना सर्दियों से होने वाले डिप्रेशन के 15- 25 मरीज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच रहें हैं। इसमें सबसे अधिक संख्या 15 से 35 वर्ष के लोगों की है जिनमें सबसे अधिक डिप्रेशन देखा जा रहा है। ऐसे में चलिए जानते हैं, इस समस्या के कारण, लक्षण और दूर करने के उपाय...
 
कारण
मनोविज्ञानिक डॉक्टर अशिष ने बताया कि सर्दियों में सूरज की रोशनी की कमी से सोडियम और विटामिन डी3 का लेवल दोनों ही कम हो जाता है, इससे मरीज में तनाव और चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है और मरीज धीरे- धीरे डिप्रेशन का शिकर बनने लगता है।

लक्षण 
थकान, सिर में दर्द रहना, आलस, काम में मन न लग पाना, अकेलापन, बेचैन रहना और छोटी बातों को लेकर तनाव में आ जाना, यह सब मौसमी तनाव यानी सीजनल डिप्रेशन के सामान्य लक्षण हैं।

उपाय
डिप्रेशन को दूर करने के लिए व्यक्ति को कमरे में पीला रंग की लाइट जलानी चाहिए। साथ ही जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए। इसके अलावा अगर ऐसे मौसम में धूप निकलती है तो व्यक्ति को धूप लेना जरूरी है, जिससे डिप्रेशन जल्द से जल्द दूर हो सके। 

जिला अस्पताल के मनोविज्ञानिक डॉ. अशीष ने बताया कि आज कल ठंड बढ़ गई है और अक्सर ऐसा होता है कि जब कई दिनों से धूप नहीं निकलती है तो ऐसे में डिप्रेशन के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। अगर मरीज को खुद में ज्यादा तनाव और चिड़चिड़ापन होता दिखाई दे तो ऐसे में व्यक्ति को शर्म न करके सिधा मनोविज्ञानिक को दिखाना चाहिए, जिससे जल्द से जल्द मरीज इस समस्या को दूर कर सके।

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