Kanpur News: प्रधानमंत्री आवास योजना में प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी, इतने लाख का लगाया चूना... आरोपी फरार...
कानपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर एक महिला के साथ धोखाधड़ी हुई है।
कानपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर एक महिला के साथ धोखाधड़ी हुई है। पहले आरोपी ने प्लॉट के नाम पर खाते में सारी किस्त जमा करा ली। इसके बाद ऑफिस स्टॉफ समेत भाग निकला।
कानपुर, अमृत विचार। प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर एक महिला से आरोपी ने डेढ़ लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। पहले आरोपी ने प्लॉट के नाम पर खाते में सारी किस्त जमा करा ली। इसके बाद ऑफिस स्टॉफ समेत भाग निकला। पीड़ित महिला ने दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
कलक्ट्रेट कंपाउंड निवासिनी शारदा देवी ने पुलिस को बताया कि उन्होंने वर्ष 2018 दिसंबर माह में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था। जिस पर नजीराबाद थानाक्षेत्र के जवाहर नगर निवासी आयुष्मान बाजपेई ने उन्हें फोन किया। पीड़िता के अनुसार बताया गया कि उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आ गया है। वह 50 वर्गगज का प्लॉट किस्तों में बिठूर में ले सकती हैं।
पीड़िता का आरोप है कि उन्होंने उनके ऑफिस प्रथम तल आर के नगर में आकर अपना प्लॉट बुक कराने के साथ फाइल बनवाने के लिए कहा। पीड़िता के अनुसार बताए गए पते पर वह पुत्र के साथ पहुंच गईं। इस दौरान वहां मौजूद आयुष्मान बाजपाई वह उसके स्टॉफ ने फार्म से संबंधित दस्तावेज की फोटो कॉपी मांगी और बिठूर में एक साइड दिखाई।
बताया गया कि इसमें 50 वर्गगज का प्लाट हैं जिसका मूल्य 1,50,000 रुपये है। उनको 60 महीनों की किस्त 2334 रुपये देनी होगी। कहा गया कि अभी कुछ पैसे देकर अपना प्लॉट बुक करा लें। वरना उनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के लिस्ट से हटा दिया जाएगा। इस पर उन्होंने 10,000 रुपये नगद आयुष्मान बाजपाई को दे दिया। पीड़िता के अनुसार पैसों की रसीद मांगने पर आयुष्मान बाजपेई की ओर से रसीद दी गई।
पीड़िता के अनुसार उनका फार्म में नाम, रसीद संख्या, प्लॉट की टोटल वैल्यू, लेबर डिपार्टमेंट का रजिस्ट्रेशन नंबर, जीएसटी नंबर और स्टर्लिंग उदय नाम की मोहर वह रसीद पर हस्ताक्षर उन्हें दे दिया गया। पीड़िता ने बताया कि अगले महीने से अपनी किस्त 2334 रूपये अदा किया जाने लगा। इसके बाद 33 महीनों तक किस्त अदा की गई उसके बाद वह जब अपने प्लॉट पर गई तो उसने देखा है कि किसी भी प्रकार का आयुष्मान बाजपेई की ओर से कोई कार्य नहीं कराया गया था।
इस पर उन्होंने आयुष्मान से फोन पर बात की और पूछा कि प्लॉट पर किसी भी प्रकार का कार्य अभी तक नहीं कराया है तो उसने कहा कि बजट ना होने के कारण कार्य नहीं कराया गया। कुछ महीनों बाद कार्य करा दिया जाएगा। इस पर उन्होंने अपना प्लॉट बुकिंग निरस्त कराने की बात कही तो उसने कुछ महीने रुकने की बात कही। अगर नहीं हुआ तो बुकिंग कैंसिल कर पूरी रकम वापस करने के लिए कहा। पीड़िता के अनुसार कुछ महीने बीतने के बाद जब उन्होंने फोन मिलाया तो आयुष्मान का फोन बंद आने लगा। उसके आरके नगर ऑफिस तो वो भी बंद मिला। इस पर आसपास के लोगों से पता किया तो लोगों ने बताया कि यहां किसी भी प्रकार की कंपनी नहीं है। इस पर उन्हें धोखाधड़ी के बारे में जानकारी हुई।
इस सबंध में नजीराबाद थाना प्रभारी कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर आयुष्मान बाजपेई व उसके स्टॉफ के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक हनन करने की रिपोर्ट दर्ज करके आरोपी का पता लगाया जा रहा है।