बरेली: बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे हजारों रुपये

बरेली, अमृत विचार। एचडीएफसी बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों ने एक युवती से हजारों रुपये ठग लिए। जानकारी होने पर ठगी का शिकार हुई महिला ने थाना बारादरी में प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद पीड़िता के पिता ने वरिष्ठ …
बरेली, अमृत विचार। एचडीएफसी बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों ने एक युवती से हजारों रुपये ठग लिए। जानकारी होने पर ठगी का शिकार हुई महिला ने थाना बारादरी में प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद पीड़िता के पिता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है।
जोगीनवादा निवासी अधिवक्ता सत्येन्द्र नाथ सक्सेना ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उनकी बेटी बीकॉम कर चुकी है। वह नौकरी की तलाश कर रही है। एक दिन बेटी के मोबाइल नंबर पर मैसेज आया उसमें साइन एप डाउन लोड करने को कहा गया।
अधिवक्ता ने बताया कि उनकी बेटी ने एप डाउनलोड करने के बाद अपना रिज्यूम भेज दिया। दो दिन बाद बेटी के मोबाइल पर संदेश आया कि उसका रिज्यूम एचडीएफसी बैंक में सलेक्ट हो गया है। इसके कुछ दिन बाद एचआर सुप्रिया ने फोन करके कहा कि बधाई हो आपका सलेक्शन हो गया है।
आपका चयन कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर हुआ है। ज्वाइनिंग लेटर आपके मेल पर पहुंच गया है। इसके बाद आरोपियों ने हेल्थ इश्योरेंस, गेट पास और तमाम तरह की फीस बताकर 68 हजार रुपये ठग लिए।
जानकारी होने पर पीड़िता ने रुपये मांगे तब रुपये वापस नहीं किए। पुलिस ने भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। अधिवक्ता के प्रार्थना पत्र पर एसएसपी ने जांच के निर्देश बारादरी पुलिस को दिए हैं।
श्रम विभाग का बाबू बनकर हजारों ठगे
शादी के लिए लोन दिलाने के नाम पर श्रम विभाग का बाबू बनकर एक व्यक्ति से हजारों रुपये ठग लिए। पीड़ित ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है। हाफिजगंज थाना क्षेत्र के गांव जासपुर निवासी ओमकार ने बताया कि विकास भवन में उसे एक व्यक्ति मिला। उसने खुद को श्रम विभाग का बाबू बताया। कहा कि तुम्हारी बेटी के लिए शादी का लोन दिला दूंगा। एक दिन वह गांव पहुंच गया और उसने कागज पर अंगूठा लगवाने के बाद तीन हजार रुपये ले लिए। लेकिन अब तक उसने रुपये वापस नहीं किए हैं। पीड़ित ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।