सितारगंज: चीनी मिल प्रबंधन पर बाहरी क्षेत्र का गन्ना खरीदने का आरोप

सितारगंज, अमृत विचार। किसानों ने चीनी मिल प्रबंधन पर बाहरी क्षेत्र का गन्ना खरीदने का आरोप लगाया है। उन्होंने पीएम मोदी से चीनी मिल की लीज निरस्त कर पूर्व की भांति मिल का संचालन करने की मांग की। ताकि स्थानीय किसानों के गन्ने की आसानी से खरीद हो सके। उन्होंने इसको लेकर एसडीएम से मुलाकात की।
एसडीएम तुषार सैनी से मिलकर किसानों ने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधन सितारगंज, खटीमा व मिल से सम्बद्ध गांवों का गन्ना खरीदने के बजाय यूपी से गन्ना खरीद कर रहा है। यूपी के दलालों से गन्ना खरीदा जा रहा है। उन्होंने गन्ना किसानों की परेशानियों से अवगत कराते हुए समाधान कराने की मांग की।
इधर भाजपा नेता प्रगतिशील किसान अनिरुद्ध राय ने पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि चीनी मिल प्रबंधन क्षेत्र के किसानों के बजाय यूपी से गन्ना खरीद रहा है। क्षेत्र के किसानों को गन्ना खरीद पर्चियां नहीं मिल रही है। शाम चार बजे से चीनी मिल गेट पर ट्रालियों का जमवाड़ा शुरू हो जाता है और सुबह 10 बजे तक उनका गन्ना तुलता रहता है। सितारगंज, खटीमा को गन्ना खरीद पर्ची नहीं मिलने से गन्ना कृषक परेशान हैं। सितारगंज चीनी मिल 32 हजार कुंतल के बजाय 17 हजार कुंतल औसत पेराई कर रही है।
यूपी से गन्ना आने के कारण सितारगंज क्षेत्र का गन्ना नहीं खरीद रहे हैं। आरोप लगाया है कि चीनी मिल प्रबंधन मिल संचालन नियमानुसार नहीं कर रहा है। भारतीय किसान संघ ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजकर लीज निरस्त कर पूर्व की भांति चीनी मिल संचालित करने की मांग की। इस मौके पर देशराज कंबोज, राजेश यादव, बहादुर सिंह, जगदेव सिंह, सुनील मल्ल, भगवान दास, वेदप्रकाश, राजनारायण सिंह, द्रोपती, शिवशंकर आदि थे।