लखनऊ: निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों का तीसरे दिन जारी रहा आंदोलन

लखनऊ। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में विद्युत् कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आंदोलन तेज कर दिया है। अभियान के तीसरे दिन सोमवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्यालय पर हुई विरोध सभा में बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। सभा को सम्बोधित करते हुए विद्युत कर्मचारी …
लखनऊ। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में विद्युत् कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आंदोलन तेज कर दिया है। अभियान के तीसरे दिन सोमवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्यालय पर हुई विरोध सभा में बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।
सभा को सम्बोधित करते हुए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों इं. जीबी पटेल, केंद्रीय अध्यक्ष, राविपजूइं संगठन, केएस रावत, एसयू खान, बीके सिंह, डीके प्रजापति, वीके सिंह कलहंस, प्रेमनाथ राय, एके मिश्रा ने कहा कि ऊर्जा निगमों का शीर्ष प्रबंधन पूरी तरह से विफल हो गया है और अपनी विफलता छिपाने के लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण किया जा रहा है। इससे ऊर्जा क्षेत्र में अनावश्यक टकराव पैदा किया जा रहा है
केके वर्मा की अध्यक्षता में हुई सभा में जीवी पटेल, संजीव वर्मा, प्रदीप वर्मा, डीके प्रजापति, प्रेमनाथ राय, एएन सिंह, केएस रावत ,एसयू खान, बीके सिंह, आशीष कुमार, शिवम त्रिपाठी एके मिश्र, विवेक तिवारी, अजय यादव, दिवाकर यादव, वैभव अस्थाना, एसके विश्कर्मा, मोहित राय, एस एम गर्ग, हनुमान प्रसाद मिश्रा, संदीप कुमार सिह, संदीप तिवारी, आरके मिश्रा, अभिनव तिवारी, सूरज यादव, पीके सिंह, जेबी सिंह, अखिलेश सिह, आशुतोष कुमार सहित काफी संख्या में बिजली कर्मी सम्मिलित हुए।
वहीं विद्युत् कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन से महात्मा गांधी के जन्मदिन तक ज्ञापन दो अभियान चलाने का निर्णय लिया है। 25 सितंबर से प्रारंभ हो रहे ज्ञापन दो अभियान के अंतर्गत बिजली कर्मी पूरे प्रदेश में लोकसभा व राज्यसभा के सभी सांसदों और विधानसभा व विधान परिषद के सदस्यों को निजीकरण के विरोध में ज्ञापन देंगे। ज्ञापन दो अभियान 25 सितंबर से प्रारंभ होकर महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर तक चलेगा।