अयोध्या: 'प्रकृति' के लोक गीतों पर झूमे श्रोता, कवियों ने बांधा समां, 21 कलाकारों को मिला लोक कला अवार्ड

अयोध्या: 'प्रकृति' के लोक गीतों पर झूमे श्रोता, कवियों ने बांधा समां, 21 कलाकारों को मिला लोक कला अवार्ड

पूराबाजार, अयोध्या। भरतकुंड महोत्सव में लोक गायिका प्रकृति यादव ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद सम्मेलन में कवियों ने अपनी कविताओं से समां बांध दिया। कार्यक्रम में 21 प्रसिद्ध कलाकरों को लोक कला अवार्ड से सम्मानित भी किया गया। 

Untitled-8 copy

इससे पहले जीएस अकादमी और केडी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। केंद्रीय संचार ब्यूरो से आए राजेंद्र विश्वकर्मा की टीम ने कथक, भजन, कॉमेडी, लोक नृत्य और लोक गायन की प्रस्तुतियों से उपस्थित जन समूह का दिल जीत लिया। कार्तिक पंडित, चिंटू सागर, हरिओम तिवारी, छविलाल पाल आदि ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी।

गुरुद्वारा ब्रह्मा कुंड के ग्रंथी साहब द्वारा शबद कीर्तन भी किया गया। कवि सम्मेलन का संयोजन राष्ट्रीय कवि दुर्गेश दुर्लभ और संचालन रायबरेली के नीरज पांडेय ने किया। इंटरनेशनल कवियत्री अनन्या राय पराशर, लाल बिहारी पांडेय, अपर्णा, अविरल, अर्चना द्विवेदी, प्रदीप महाजन, सौरभ त्रिपाठी, कोमल वाणी, कुलदीप सिंह नवाब, लोकेश त्रिपाठी और अनुजेंद्र तिवारी अनुज ने काव्य पाठ किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महंत बृजमोहन दास और विशिष्ट अतिथि उप जिलाधिकारी सोहावल मनोज श्रीवास्तव, कामाख्या धाम के महंत इंद्रेश कौशिक, तक्षशिला इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर संतोष मिश्रा, डॉ. आलोक पांडेय रहे। महोत्सव अध्यक्ष अंजनी कुमार पांडेय, व्यवस्थापक रामकृष्ण पांडेय, सचिव अम्बरीष पांडेय ने सभी का स्वागत और आभार व्यक्त किया।

अंजनी कुमार पांडेय ने महोत्सव में सहयोग के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम और पंजाब नेशनल बैंक अयोध्या मंडल की प्रशंसा की। इस अवसर पर कार्यक्रम में लगभग 10000 लोगों की उपस्थिति रही। महंत अरविंद दास, वरिष्ठ अधिवक्ता श्वेता राज सिंह, समाजसेवी राजेश चौबे, रमाकांत द्विवेदी, विनय पांडेय, योगेश मिश्रा, सचिन तिवारी, राघवेन्द्र तिवारी, बृजमोहन तिवारी आदि मौजूद रहे। 

यह भी पढ़ें: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बांके बिहारी मंदिर मामले में फैसला रखा सुरक्षित