हरदोई: चंद्रदेव के दिखते ही व्रती महिलाओं ने पति के हाथों ग्रहण किया अन्न-जल, करवा मां से की पति की लंबी उम्र की प्रार्थना

हरदोई: चंद्रदेव के दिखते ही व्रती महिलाओं ने पति के हाथों ग्रहण किया अन्न-जल, करवा मां से की पति की लंबी उम्र की प्रार्थना

हरदोई। मैं सुहागन रहूं सात जन्मों तलक मुझे मेरा ही वर चाहिए... गंगा मइया में जब तक कि पानी रहे मेरे साजन तेरी जिंदगानी रहे... दीपक मेरे सुहाग का जलता रहे ... । जैसे तमाम फिल्मी गीतों को सुहागिनों ने बुधवार के दिन अमली जामा पहनाया। सुहागिनों ने अपना सालाना पर्व बगैर अन्न जल ग्रहण किए रखा और शाम को चंद्र दर्शन के बाद पतिदेव के हाथ ही अन्न जल ग्रहण किया। 

कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का उपवास सदियों से करती चली आ रही हैं।अपने पति की लंबी उम्र और उनकी सुख समृद्धि की कामना के लिए यह व्रत काफी दुर्लभ माना जाता है। पूरे दिन निर्जला रखकर शाम को चंद्र दर्शन के बाद पूजा अर्चना के साथ व्रत पूरा किया जाता है।

इसी कड़ी में बुधवार को सुबह से ही सुहागिनों ने उपवास रखा और पूरे दिन घरों में पूरी पकवान मिष्ठान आदि तैयार करके तैयारी  की। शाम होने से पूर्व लाल सुर्ख सुहाग जोड़े में खूब सजधज कर पूजा के सामान एकत्र करके बैठ गई और चंद्र देव की वाट जो होने लगी। 

जैसे ही चंद्र देव आसमान पर नजर आए सुहागिन महिलाओं ने चंद्र देव के दर्शन करके उन्हें अर्क दिया और विधिवत पूजा अर्चना करके पर्व मनाया। इसके बाद पतिदेव के हाथों ही अन्य जल ग्रहण करके पति की लंबी उम्र के लिए कामना की। 
इस विशेष पर्व को लेकर सुहागिन महिलाओं में एक हफ्ता पहले से ही खासा उत्साह रहा।

नई नवेली सुहागिनों में कुछ  ज्यादा ही उत्साह नजर आया। किसी ने अपनीजेठानी के साथ तो किसी ने अपनी सास के साथ तो अन्य ने ननद और देवरानी के साथ पूजा अर्चना करके त्यौहार मनाया। पतिदेव ने भी अपनी सामर्थ्य के अनुसार प्यारा सा तोहफा अपनी पत्नियों को दिया और देर शाम से सैर सपाटा पर निकल कर मनोरंजन किया।   

चंद्रदेव ने भी खूब छकाया 

वैसे तो सूर्य देव चंद्र देव का पूरे विश्व में हर दिन काफी महत्व है लेकिन विशेष त्योहार पर यह महत्ता और अधिक बढ़ जाती है। इसी कड़ी में चूंकि करवा चौथ के दिन चंद्र देव के दर्शन के बाद ही पूजा  की जाती है। इस कारण चंद्र देव ने भी सुहागिनों को जमकर छकाया। बार-बार बच्चे छत पर जाकर चंद्र देव की वाट जोहते रहे। वहीं महिलाएं अपने बच्चों से लगातार चंद्र के बारे में घड़ी-घड़ी की पूछताछ करती रही। जैसे ही चंद्रमा आसमान पर नजर आया पटाखों के साथ वातावरण गूंज उठा। बच्चों ने पटाखों के साथ चंद्र दर्शन का आगाज कराया।

दो दर्जन महिला बंदियों ने रखा उपवास                  

वहीं करवा चौथ के त्यौहार में जेल की दीवारें भी बाधक नहीं बन सकी। जेल के अंदर बंद 24 महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र व सुख समृद्धि के लिए उपवास रखा। प्रभारी जेल अधीक्षक संजय कुमार सिंह के अनुसार जेल प्रशासन ने इन महिला सुहागिन  बंदियों के लिए पूजा सामग्री से लेकर अन्य आवश्यक सामग्री मुहैया कराई और चंद्रमा दर्शन के लिए भी व्यवस्था कराई

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