आगरा: राधा स्वामी सत्संग सभा के अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर, प्रशासन ने मुक्त कराई सरकारी जमीन, PAC तैनात

आगरा: राधा स्वामी सत्संग सभा के अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर, प्रशासन ने मुक्त कराई सरकारी जमीन, PAC तैनात

आगरा, अमृत विचार। आगरा में बाबा का बुलडोजर एक बार फिर जमकर गरजा। इस बार बाबा के बुलडोजर की गरज राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे पर दिखी। ग्रामीणों की शिकायत के बाद प्रशासन के ने राधा स्वामी सत्संग को जमीन खाली करने केलिए कई नोटिस दिए लेकिन राधा स्वामी सत्संग प्रशासन के लोग इस जमीन को खाली नहीं कर रहे थे।

प्रशासन ने पहले दिए हुए नोटिस के आधार पर राधा स्वामी सत्संग ब्यास के किसी भी दलील को सुनने से इनकार कर दिया और बाबा के बुलडोजर ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास के अवैध निर्माण को देखते ही देखते  ध्वस्त कर दिया। आगरा में राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा दयालबाग क्षेत्र में मौजा जगनपुर और खासपुर में सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे पर शनिवार सुबह प्रशासन ने बुलडोजर चलाने का काम शुरू कर दिया।

 

कब्जा की जमीन पर एक हिस्सा ढहाने के बाद प्रशासन ने बुलडोजर का रूख डूब क्षेत्र में किए गए अवैध निर्माण की ओर कर दिया। इस दाैरान टकराव और तनाव के हालात बने रहे। मगर, बड़ी संख्या में पीएसी और पुलिस बल के साथ पहुंचे अधिकारियों ने अपनी कार्रवाई जारी रखी।

प्रशासन ने नहीं दिया और समय
राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा दयालबाग क्षेत्र के मौजा जगनपुर और खासपुर में सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे को हटाने की मियाद शुक्रवार को खत्म हो गई थी। सत्संग सभा ने प्रशासन से और समय मांगा था। प्रशासन ने इंकार कर दिया था प्रशासन की भी कब्जा हटाने को लेकर पहले से ही तैयारी थी शनिवार की सुबह होते ही सुबह सात बजे पीएसी को बुलाकर कब्जे वाली जगह पर तैनात कर दिया गया ।

राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा कब्जा की गई जमीन को खाली कराने के लिए प्रशासन ने इस बार कागजों पर पूरी तैयारी की थी। प्रशासन ने सत्संग सभा काे बाकायदा नोटिस दिया, उन्हें कब्जा हटाने का समय दिया। इससे कि सत्संग सभा कानूनी पेंच न फंसा सके कि उसे बिना समय दिए और पक्ष सुने बिना प्रशासन ने कार्रवाई आरंभ कर दी। कब्जा हटाने की तैयारी को लेकर रात से रणनीति बना ली गई थी। सुबह नौ बजे तक पीएसी और पुलिस-प्रशासन समेत संबंधित विभाग के अधिकारी न्यू आगरा थाने पर जुट गए थे। सुबह पौने दस बजे कार्रवाई आरंभ कर दी गई।  

प्रशासन द्वारा सत्संग सभा द्वारा किए गए कब्जे को हटाने की कार्रवाई ग्रामीणों ने कई दशक में पहली बार देखी थी। साथ ही उनके मस्तिष्क में पुराने विवाद और कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान हुए टकराव की स्मृति थी। ग्रामीणों की सुबह टकराव और संघर्ष की आशंका के बीच बीती।

किसी भी टकराव की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने मौके पर एंबुलेंस बुलाकर भी खड़ी की थी जिससे कि अगर कोई अप्रिय घटना कब्जा हटाने के दौरान होती है तो उससे भी तुरंत निपटा जा सके। सत्संग सभा और प्रशासन के बीच चल रहे घटनाक्रम को देखते रहे। ग्रामीणों ने न ही खुशी प्रकट की और ना हंगामा किया। ग्रामीणों को आशंका थी,उनकी प्रतिक्रिया से कोई नया बखेडा या विवाद न खड़ा हो जाए।

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