किसी की ‘हैसियत’ नहीं जो भारत की संस्कृति को समाप्त कर सके: दिनेश शर्मा का उदयनिधि पर प्रहार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि किसी की ‘हैसियत’ नहीं है जो भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त कर सके। उन्होंने कहा कि यह ऐसी संस्कृति है जिसे अंग्रेज और मुगल भी समाप्त नहीं कर पाए थे। पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य शर्मा ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता उदयनिधि स्टालिन पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘ जो उदय इस संस्कृति को समाप्त करने की बात कर रहे हैं असल में 2024 के चुनाव में उनका और उनके सहयोगियों की राजनीति का सूर्य अस्त होगा। सनातन संस्कृति की तुलना डेंगू मलेरिया से करना निन्दनीय है।’’ उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘किसी की हैसियत नहीं है जो भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त कर सके, यह ऐसी संस्कृति है जिसे अंग्रेज और मुगल भी समाप्त नहीं कर पाए थे।’’
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समन्वय से भारत ने 'सनातन' संस्कृति की समृद्धि का एक उत्कृष्ट मॉडल प्रस्तुत किया है। नव निर्वाचित सांसद ने कहा, ‘‘भारत की आत्म-गौरव की यात्रा अपने चरम पर पहुंच रही है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को है।''
द्रमुक नेता और पार्टी की युवा इकाई के सचिव एवं तमिलनाडु सरकार में युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर को लोगों के बीच विभाजन और भेदभाव को बढ़ावा देने के लिए सनातन धर्म को दोषी ठहराया था और कहा था कि इसका उन्मूलन किया जाना चाहिए।
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