अमेरिका से मंजूरी मिलने के बाद यूक्रेन को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करेंगे नीदरलैंड और डेनमार्क

अमेरिका से मंजूरी मिलने के बाद यूक्रेन को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करेंगे नीदरलैंड और डेनमार्क

द हेग। अमेरिका ने यूक्रेन को लड़ाकू विमान एफ-16 की आपूर्ति के लिए नीदरलैंड और डेनमार्क को मंजूरी दे दी है। वॉशिंगटन और यूरोप में अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यूक्रेन रूस के साथ जारी युद्ध में एफ-16 विमान का इस्तेमाल कब से करेगा क्योंकि यूक्रेनी पायलटों को लड़ाकू विमान चलाने के लिए पहले कम से कम छह महीने का प्रशिक्षण लेना होगा।

 युद्ध में अपनी स्थिति को बेहतर करने के लिए यूक्रेन लंबे समय से अत्याधुनिक लड़ाकू विमान की मांग कर रहा है। यूरोप और अफ्रीका में अमेरिकी वायु सेना के कमांडर जनरल जेम्स हेकर ने वॉशिंगटन में संवाददाताओं से कहा कि एफ-16 स्क्वाड्रन को युद्ध के लिए तैयार करने में ‘चार या पांच साल’ लग सकते हैं। ऐसे में उन्हें इस बात की कम उम्मीद है कि इससे यूक्रेन को युद्ध में कोई ज्यादा लाभ मिलेगा। पूर्वी यूक्रेन में लड़ाकू हेलिकॉप्टर के पायलटों ने इस कदम का स्वागत किया है। 

उनका कहना है कि हवाई लड़ाई में रूस की स्थिति काफी अच्छी है, लेकिन बेहतर लड़ाकू विमानों के शामिल होने से शक्ति का संतुलन यूक्रेन की तरफ झुक सकता है। 18वीं आर्मी एविएशन ब्रिगेड के प्रवक्ता कैप्टन येवगेन रकिता ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि यूक्रेनी वायु सेना दशकों पुराने सोवियत काल के विमानों का उपयोग कर रही है जो रूसी लड़ाकू विमानों के सामने काफी कमजोर हैं।

ये भी पढ़ें:- जरूरत पड़ी तो 1,000 साल जेल में बिताने को तैयार इमरान खान, तीन साल की सुनाई थी सजा

ताजा समाचार

Vivekananda Jayanti 2025: स्वामी विवेकानंद की जयंती आज, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि
Bareilly: 2600 करोड़ का हाउस टैक्स दबाए बैठे हैं लोग, वेतन फंसा तो 200 भवनों की कुर्की का नोटिस
कानपुर के सचेंडी में गैस टैंकर में पिकअप की भिड़ंत...रिसाव से गैस लीकेज होने लगी, लगा जाम
कानपुर में Cyber ठगों का बड़ा कारनामा: पंचायत सचिव की आईडी हैक कर 54 प्रमाणपत्र बनाए...सभी सचिवों को किया गया सचेत
रडार पर डबल सवारी सिंगल हेलमेट, पीक आवर्स में यातायात संभालेगी सीपीयू
कानपुर में टीचर के उलाहना देने पर नौवीं के छात्र ने दी जान: परिजनों का आरोप- पढ़ाई में कमजोर होने का ताना देती थी शिक्षिका...सहपाठी भी चिढ़ाते थे