तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने कहा- स्वतंत्र भारत के वांछित लक्ष्य अभी तक नहीं किए गए हासिल
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को कहा कि आजादी के बाद देश ने काफी प्रगति की है, लेकिन देश के वांछित लक्ष्य हासिल नहीं हुए हैं। राव ने स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक गोलकोंडा किले पर राष्ट्रध्वज फहराने के बाद अपने संबोधन में कहा कि देश में प्रचुर प्राकृतिक संसाधन और कठिन परिश्रम करने वाले लोग हैं लेकिन शासकों की अक्षमता और वैचारिक दिवालियेपन के कारण संसाधनों का उचित इस्तेमाल नहीं किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘संसाधन होने के बावजूद लोग अनावश्यक रूप से परेशानियों से जूझ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों की गरीबी अभी तक दूर नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सही मायने में आजादी तभी होगी जब संसाधनों का पूरा उपयोग हो और विकास का लाभ समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि अविभाजित आंध्र प्रदेश में तेलंगाना क्षेत्र के सभी क्षेत्रों को भारी नुकसान हुआ।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना को भेदभाव और शोषण का सामना करना पड़ा क्योंकि क्षेत्र में नेतृत्व ने "संयुक्त राज्य के नेताओं" का समर्थन किया और चुप्पी साधे रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 साल पहले तेलंगाना में फसलें और जलाशय सूखे रहते थे और चौतरफा निराशा थी। राव ने कहा कि ऐसी कठिन परिस्थितियों में सत्ता संभालने वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार ने "तेलंगाना के पुनर्निर्माण" को एक पवित्र कर्तव्य के रूप में लिया।
उन्होंने कहा कि तब से राज्य ने तेज प्रगति हासिल की है और सरकार ने कई क्षेत्रों में राज्य को देश में शीर्ष पर रखा है। उन्होंने कहा कि प्रतिव्यक्ति आय और प्रति व्यक्ति बिजली उपयोग में तेलंगाना अब देश में नंबर एक है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना की प्रति व्यक्ति आय 3,12,398 रुपये है। राज्य में हाल की बारिश और बाढ़ का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री राव ने कहा कि सरकार ने जान-माल के नुकसान को काफी हद तक बचा लिया।
उन्होंने कहा कि भारी बारिश ने जून और जुलाई के दौरान वर्षा की कमी को पूरा किया और राज्य में रिकॉर्ड 64,54,000 एकड़ में धान की खेती होने की उम्मीद है। राव ने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि साढ़े नौ वर्षों में दो चरणों में 37,000 करोड़ रुपये का फसल ऋण माफ किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना धान का उत्पादन तीन करोड़ टन तक पहुंचने का गौरव हासिल कर रहा है, वहीं कुछ लोग किसानों के कल्याण की गलत व्याख्या कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी की ओर से कथित तौर पर की गई इस टिप्पणी की ओर परोक्ष तौर पर इशारा करते हुए कि राज्य सरकार द्वारा 24 घंटे बिजली आपूर्ति के खिलाफ किसानों के लिए तीन घंटे की बिजली आपूर्ति पर्याप्त है, राव ने विश्वास व्यक्त किया कि लोग इस तरह के "किसान विरोधी रवैये" का उचित जवाब देंगे।
हालांकि, रेवंत रेड्डी ने इस आशय की टिप्पणी करने से इनकार किया है। विपक्षी नेताओं पर हरित न्यायाधिकरण में मामले दायर करके पलामुरू-रंगा रेड्डी लिफ्ट सिंचाई परियोजना को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए, राव ने कहा कि परियोजना को हाल ही में बीआरएस सरकार के प्रयासों के कारण पर्यावरणीय मंजूरी मिली।
उन्होंने कहा कि हैदराबाद में निर्मित एक लाख डबल बेडरूम आवास इकाइयां आज से पात्र गरीबों को वितरित की जाएंगी। उन्होंने बुनकरों को 'फ्रेम लूम' उपलब्ध कराने के लिए एक नयी योजना की घोषणा की।
राज्य संचालित सड़क परिवहन निगम (आरटीसी) की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और आरटीसी कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारियों के रूप में मान्यता देने के हालिया कदम की ओर इशारा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि "संकीर्ण विचारधारा वाली ताकतों" ने ‘आरटीसी विधेयक' को रोकने की कोशिश की जो इस उद्देश्य के लिए है। उन्होंने कहा कि हालांकि, आरटीसी विधेयक विधानसभा में सफलतापूर्वक पारित हो गया।
ये भी पढ़ें - जालंधर: सांसद सुशील रिंकू ने सौ फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया