जल जीवन मिशन : बिना कनेक्शन दिए गलियों में बिछा दी गई पाइप लाइन
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अयोध्या, अमृत विचार। निर्माणाधीन रामपथ के चलते जलापूर्ति संकट से जूझ रहे लोगों के लिए संकट कम नहीं हो रहा है। अब शहरी जल जीवन मिशन के तहत गलियों में बिछाई जा रही पाइप लाइनों में हद दर्जे की लापरवाही बरती जा रही है। गंभीर यह है कि बिना कनेक्शन किए ही पाइप लाइन बिछा छोड़ दी जा रही है। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों की तर्ज पर अब नगरीय इलाके में शहरी जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है। पहले चरण में रामपथ को जोड़ने वाली गलियां चुनी गई हैं। सप्ताह भर पहले सबसे पहली गली तेलीटोला और नहरबाग में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया। यहां पाइप लाइन बिछाने के लिए आनन-फानन में गड्डे खोद कर पाइप लाइन बिछा दी गई। लापरवाही यह कि घरों में गई पाइप लाइन से कनेक्ट तो जैसे तैसे कर दिया गया लेकिन मुख्य सप्लाई लाइन से पाइप लाइन जोड़ी ही नहीं गई। जिसके कारण कनेक्शन लोगों के लिए बेमानी बना हुआ है।
तेलीटोला में कैम्ब्रियन स्कूल के बगल गली में बीस से अधिक आवास बने हुए हैं। सबके घरों के सामने लाइन लाकर छोड़ दिया गया है। कार्य करने वाले मजदूरों ने बताया कि सामान नहीं है और जलापूर्ति भी नहीं हो रही है इसलिए कनेक्शन बाद में होगा। गजब यह है कि अभी तक लोगों के घरों में आई पाइप लाइन काट दी गई है जबकि पहले मुख्य सप्लाई से नए कनेक्शन में पानी आता तब पुरानी पाइप लाइन काटी जानी चाहिए थी। डा अरशद खान, मो अहमद, बाबू नंदन सोनकर, वली अब्बास ने बताया कि पुरानी लाइन काट कर छोड़ दी गई और नई जोड़ी नहीं गई। ऐसे में अगर जलापूर्ति सुचारू होती है तब भी पानी नहीं मिलेगा। इसी तरह अन्य गलियों में भी काम चल रहा है।
लोगों का कहना है कि एक तो महीनों से जलापूर्ति का वैसे ही संकट बना हुआ है और ऊपर से इस नई योजना ने और बुरी स्थिति कर दी है। इसे लेकर जलकल विभाग भी परेशान है। जलकल विभाग अधिशासी अभियन्ता अनूप सिंह का कहना है कि लोगों की शिकायतें मिल रही है। कार्यदायी संस्था को सूचना दी गई है। उन्होंने बताया कि पुरानी पाइप लाइन काटे जाने से लोगों को सुचारू रूप से जलापूर्ति नहीं की जा सकती है।
टूटी पाइप लाइनों से नलकूपों का संचालन लगातार बाधित
निर्माणाधीन रामपथ के चलते टूट रहीं पाइप लाइनों के कारण नगर निगम के सभी 38 नलकूपों का संचालन बाधित चल रहा है। सोमवार को 15 नलकूप बंद थे तो मंगलवार को 12 नलकूप नहीं चलाए जा सके। बुधवार और गुरुवार को भी 18 नलकूपों का संचालन बंद रहा। जेई शशिकला ने बताया कि जब तक टूटी पाइप लाइनें पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो जातीं तब तक नलकूपों का संचालन ऐसे ही रहेगा। बता दें कि विगत तीन महीने से जलापूर्ति की स्थिति बेहद दयनीय बनी हुई है। अभी भी करीब 100 से 150 पाइप लाइनें टूटी हुईं हैं जिनकी मरम्मत न तो निर्माण एजेंसी कर सकी है न ही जल निगम।
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