टनकपुर: 18वें दिन पूर्णागिरि मार्ग खुलने पर आवाजाही शुरू

टनकपुर, अमृत विचार। आखिरकार 18वें दिन पूर्णागिरि मार्ग खुलने पर आवाजाही शुरू हो गई है। मार्ग खुलने पर आम लोगों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने भी राहत की सास ली है।
मालूम हो कि भारी बारिश के कारण बाटनागाड़ में भारी मलबा और बोल्डर आने से 4 जुलाई को पूर्णागिरि मार्ग बंद हो गया था, जिससे मां पूर्णागिरि धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की आवाजाही ठप हो गई थी। इस दौरान पूर्णागिरि मार्ग बंद होने से खासकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं को बैरंग लौटना पड़ रहा था।
बार-बार हो रही बरसात से इस मार्ग में भारी मलबा और बोल्डर आने से मार्ग खुलने में दिक्कतें आ रही थीं। मार्ग खोलने के लिए उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह, तहसीलदार पिंकी आर्या के अलावा लोनिवि और सिंचाई विभाग के अधिकारी जुटे हुए थे। तीन दिन पूर्व ही जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ इस क्षेत्र का निरीक्षण किया था। साथ ही उन्होंने मार्ग खोलने में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। दो दिन से क्षेत्र में बरसात ना होने के कारण मार्ग को खोलने के लिए तमाम मशीनें लगाई गई थी।
शुक्रवार की देर शाम करीब 6 बजे पूर्णागिरि मार्ग सुचारू हो पाया है हालांकि अभी भी इस मार्ग के किनारे बड़े बोल्डर और मलवा जमा हुआ है जिसको हटाने का कार्य अभी भी चल रहा है। इस दौरान बरसात हुई तो यह मार्ग और बाधित हो सकता है। वही मां श्री पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन चंद्र तिवारी ने बताया कि पूर्णागिरि मार्ग खुलने से सभी ने राहत की सास ली है।
उन्होंने कहा कि अभी पूर्णागिरि मार्ग ना खुल पाने के कारण कई श्रद्धालुओं के वाहन फंसे हुए हैं। अब उन वाहनों को निकालने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी भी मां पूर्णागिरि धाम में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं हालांकि सरकारी तौर पर पूर्णागिरि मेले का समापन हो चुका है लेकिन मंदिर समिति द्वारा मां पूर्णागिरि धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर समिति द्वारा अपने स्तर से तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं ताकि उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।