बरेली: UPSSSC परीक्षा में सरल प्रश्नों ने आसान की राह, खिल उठे विद्यार्थियों के चेहरे
केंद्रों से बाहर निकले विद्यार्थियों में खुशी, अच्छे नंबरों से पास होने की बढ़ी उम्मीद
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड की परीक्षा पहले दिन सोमवार को शहर के 31 केंद्रोंं पर दो पालियों में हुई। केंद्रों पर अभ्यर्थी शामिल हुए। परीक्षा के बाद बाहर निकले परीक्षार्थियों के चेहरे पर खुशी देखी गई। पेपर अच्छा होने से पास होने की उम्मीद जगी है।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समाज कल्याण पर्यवेक्षक, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी के पदों के लिए अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। 26 और 27 जून को दो दिन होने वाली परीक्षा में 59 हजार 935 परीक्षार्थियों को एग्जाम में बैठना था। परीक्षा केंद्रों जहां पर काफी संख्या में परीक्षार्थी प्रसन्न थे, वहीं पहली पाली में राजकीय इंटर कॉलेज में परीक्षा देने वाले विद्यार्थी मायूस भी दिखे।
बोले कि, समय का पता ही नहीं चला। पहला घंटा बजा लेकिन दाेबारा आखिरी में बजा और तुरंत कॉपियां जमा करा ली गई हैं, जिससे कई प्रश्न हल नहीं हो सके। अभ्यर्थी कॉलेज की व्यवस्था को कोसते हुए बाहर निकल गए। यही नहीं, कई परीक्षार्थियों को केंद्र पर अव्यवस्थाओं से भी जूझना पड़ा। परीक्षा केंद्रों के बाहर चस्पा की गई सूची में नाम ढूंढनें में काफी दिक्कत हुई।
परीक्षा केंद्रों से लौटाए गए गई परीक्षार्थी
मुरादाबाद से विनोद कुमार परीक्षा देने के लिए बरेली इंटर कॉलेज पहुंचे थे। अपराह्न 2:47 बजे वह कॉलेज के अंदर थे, लेकिन इसके बाद भी यहां के व्यवस्थापक ने यह कहते हुए विनोद को वापस कर दिया कि अब एंट्री का समय खत्म हो चुका है। इस तरह से कई अन्य कॉलेजों से परीक्षार्थियों को वापस करने की शिकायतें आईं। शहर में केंद्रों पर चल परीक्षा का डीएम शिवाकांत द्विवेदी, एडीएम सिटी डॉ. आरडी पांडेय ने राजकीय इंटर कॉलेज, इस्लामिया गर्ल्स इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज समेत कई कॉलेजों का निरीक्षण किया।
क्या कहते हैं परीक्षार्थी
दो घंटे का पेपर था। प्रश्न काफी आसान आए थे। जिस हिसाब से तैयारी की थी, उससे कहीं ज्यादा अच्छे नंबराें से पास होने की पूरी उम्मीद है।-सूर्य प्रताप सिंह, परीक्षार्थी
लखीमपुर से परीक्षा देने के लिए बरेली आया था। राजकीय इंटर कॉलेज में पेपर का समय शुरू होने पर घंटा बजा, लेकिन बाद में बजा ही नहीं। समय का पता नहीं चलने से कई प्रश्न पत्र हल नहीं हो सके।-सूरज कुमार, परीक्षार्थी
सीतापुर से इतनी दूर परीक्षा देने बरेली आया। राजकीय इंटर कॉलेज की व्यवस्था इतनी गड़बड़ थी कि पेपर पूरा नहीं हो सका, इससे पहले ही कॉपी जमा करा ली गई है। -शिवनरायण सिंह, परीक्षार्थी
मुरादाबाद से परीक्षा देने आया हूं। प्रश्न बहुत अच्छे और सरल आए थे, जिन्हें हल करने में ज्यादा कठिनाई नहीं हुई।-राजीव, परीक्षार्थी
ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की रही चांदी, वसूले मनमाने रेट
शहर में परीक्षा देने के लिए आए अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए ई-रिक्शा और ऑटाे की मदद लेनी पड़ी। ऐसे में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने इसका भरपूर फायदा उठाकर मनमाना किराया वसूल किया। बाहरी होने की वजह से परीक्षार्थियों को किराये के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। जीआईसी के पास कई चालकों ने एक सवारी से 20 से 25 रुपये सेटेलाइट तक और जंक्शन के लिए 30 से 35 रुपये तक लिए।
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