विकसित भारत के लिए टीम भावना के साथ काम करें राज्य: मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि केंद्र, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टीम इंडिया के रूप में काम करना चाहिए और वर्ष 2047 में एक विकसित भारत के लिए लोगों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यहां नीति आयोग की आठवीं संचालन परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नीति आयोग राज्यों को अपनी रणनीति विकसित करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
नीति आयोग को अगले 25 साल में विकास की रूपरेखा बनानी चाहिए और इसे राष्ट्रीय विकास एजेंडा के साथ संयोजित करना चाहिए । उन्होंने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से नीति आयोग के साथ काम करने का आग्रह किया ताकि देश अमृत काल के अपने विजन को हासिल करने की दिशा में लंबी छलांग लगा सके। बैठक में 19 राज्यों और छह केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हुए मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नीति आयोग एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स प्रोग्राम (एडीपी) और एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम (एबीपी) जैसे सहकारी और प्रतिस्पर्धी संघवाद को मजबूत करने के लिए कई पहल कर रहा है।
ये दोनों कार्यक्रम केंद्र, राज्यों और जिलों के रूप में एक साथ काम करने की शक्ति और जमीनी स्तर पर आम नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने में शासन के प्रभाव को प्रदर्शित करते हैं। मोदी ने अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष में अन्न को बढ़ावा देने के लिए राज्यों और केंद्र की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने अमृत सरोवर कार्यक्रम के माध्यम से जल संरक्षण की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर भी विचार-विमर्श किया। प्रधानमंत्री ने राज्य स्तरों पर राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि गति शक्ति पोर्टल का सक्रिय रूप से उपयोग न केवल बुनियादी ढांचे और रसद के लिए बल्कि स्थानीय क्षेत्र के विकास और सामाजिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए भी किया जाना चाहिए।
देश में हो रही जी-20 बैठकों के बारे में उन्होंने कहा कि जी- 20 ने जहां विश्व मंच पर भारत का गौरव बढ़ाया है, वहीं इसने राज्यों को वैश्विक प्रदर्शन का अवसर प्रदान किया है। प्रधानमंत्री ने वैश्विक आवश्यकताओं को पूरा करने, एमएसएमई का समर्थन करने, देश की पर्यटन क्षमता को विकसित करने, राज्य स्तर पर अनुपालन को कम करने सहित छोटे अपराधों को कम करने, एकता मॉल के निर्माण की दृष्टि से लोगों को कुशल बनाने के महत्व का उल्लेख किया। नारी शक्ति पर उन्होंने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने 2025 तक टीबी के खतरे को समाप्त करने की भी बात कही।उन्होंने बैठक में मुख्यमंत्री और उप राज्यपालों ने विभिन्न नीतिगत स्तर के सुझाव दिए। मोदी ने राज्यों से संबंधित विशिष्ट मुद्दों का उल्लेख किया जिनके लिए केंद्र-राज्य सहयोग की आवश्यकता है।
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