भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से अग्रसर : डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय
लखनऊ। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉक्टर महेन्द्र नाथ पांडेय ने मंगलवार को कहा कि भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग एवं इंडियन अकाउंटिंग एसोसिएशन की ओर से यहां संयुक्त रूप से 'स्वतंत्रता प्राप्ति के 75 वर्षों के उपरांत तृतीया महत्तम अर्थव्यवस्था की ओर भारत के बढ़ते कदम' विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया है।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पांडेय ने कहा कि ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में विनिर्माण को बढ़ावा मिलने से देश तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है।'' पांडेय ने कहा कि ''सामाजिक और आर्थिक रूप से बदलती देश की तस्वीर को देखकर भारत के आलोचक भी मान रहे हैं कि अर्थव्यवस्था जिस तेजी के साथ बढ़ रही है, उसके बाद अनुमान है कि वर्ष 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।''
उन्होंने कहा कि ''आज देश में युवाओं के लिए न केवल नए-नए अवसर खुल रहे हैं बल्कि विदेशी कंपनियां भी भारत में निवेश कर रही हैं। आज कई देश भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगा रहे जिससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं।''
प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि '' वैश्विक मंच पर भारत एक मजबूत शक्ति के रूप में उभरा है और भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति को दुनिया उत्सुकता और आश्चर्य से देख रही है।'' विश्वविद्यालयों को नसीहत देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि '' आज भारत में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्ट-अप इको-प्रणाली मौजूद है। सभी शैक्षिक संस्थानों, विशेषकर विश्वविद्यालयों को इस इको-प्रणाली का पूरा लाभ उठाना चाहिए तथा अनुसंधान व नवाचार के लिए अपने शिक्षार्थियों को प्रेरित करना चाहिए।''
पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा उत्पादन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए सकारात्मक कदम का ही नतीजा है कि पिछले आठ साल में देश में निर्यात के क्षेत्र में 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए आयोजकों का उत्साहवर्धन किया। समारोह में पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे।
मंगलवार को यहां जारी एक बयान के अनुसार उद्घाटन सत्र की औपचारिक शुरुआत कार्यक्रम के संयोजक एवं वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश कुमार ने भारत सहित बांग्लादेश, ओमान, सिंगापुर, नेपाल, भूटान समेत कई देशों से आए हुए प्रतिनिधियों, विद्वानों समेत सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करने के साथ किया। प्रोफेसर कुमार ने बताया कि सम्मेलन में पहले और दूसरे दिन कुल छह तकनीकी सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
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