हल्द्वानी: प्रधानाचार्य पदों पर सीधी भर्ती नहीं होने देने का ऐलान

हल्द्वानी, अमृत विचार। राजकीय शिक्षक संघ प्रधानाचार्यों के पदों पर विभागीय सीधी भर्ती से आक्रोशित है। संघ का कहना है कि प्रधानाचार्यों के पद पदोन्नति से भरे जाने चाहिए। सीधी भर्ती से सैकड़ों शिक्षकों की उम्मीद टूट जाएगी। उन्हें प्रधानाचार्य बनने का मौका नहीं मिल पाएगा। साथ ही उन्होंने प्रधानाचार्य को 5 वर्ष से कम अनुभव पर वित्तीय प्रभार हटाने का विरोध किया और प्रवक्ता के 2269 पदों पर शीघ्र पदोन्नति की मांग उठाई। जिले के खंड शिक्षा अधकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।
जीआईसी नारायणनगर में आयोजित बैठक में शिक्षकों ने कहा कि प्रधानाचार्य विभागीय सीधी भर्ती में प्रकरण में बदलाव न होने तक विरोध जारी रहेगा। पदान्नति के हिसाब से ही प्रधानाचार्य बनने चाहिए। उन्होंने सीधी भर्ती प्रक्रिया में एलटी के शिक्षकों को शामिल करने,आयु सीमा की बाध्यता समाप्त करने, वरिष्ठता के आधार पर बोनस अंक देने और विभागीय परीक्षा को केवल उत्तराखंड के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए आयोजित करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि हाईस्कूल प्रधानाध्यापक के पदों पर 55% और प्रवक्ता से 45% पदोन्नति होती है। हाईस्कूल प्रधानाध्यापक से प्रधानाचार्य पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति का प्रावधान है