UPA के दौरान भ्रष्टाचार के लिए दोषसिद्धि दर अधिक रही : कपिल सिब्बल

नई दिल्ली। कांग्रेस के सीनियर लीडर और राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने मंगलवार को दावा किया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में भ्रष्टाचार के लिए दोषसिद्धि की दर ज्यादा थी और उन्होंने पूछा कि भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को कौन बचा रहा है। उनकी यह टिप्पणी तब आयी है जब एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कहा कि किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
Amit shah :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 3, 2023
"Riots don’t take place under our rule"
Yet another jumla
5415 communal riots reported between 2014-2020 ( NCRB data )
2019 alone - 25 communal riots
UP(9) Maharashtra(4) MP(2)
Communal violence:
Haryana(2021) highest cases
Gujarat Madhya Pradesh (April(2022)
सीबीआई के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए आज राजनीतिक इच्छाशक्ति की कोई कमी नहीं है और अधिकारियों को बगैर हिचकिचाहट के भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, भले ही वे कितने भी ताकतवर हों।
PM to CBI :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 4, 2023
Don’t spare the corrupt
March 2016 :
Jitender Singh told Parliament :
2013 : 1136 persons convicted for corruption
2014 : 993
2015 : 878
2016 : 71
Conviction of the corrupt higher during UPA !
Men may lie but facts do not lie
Who is protecting the corrupt ?
सिब्बल ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री ने सीबीआई से कहा : भ्रष्ट व्यक्ति को न छोड़ो। मार्च 2016 : जितेंद्र सिंह ने संसद में कहा : 2013 में भ्रष्टाचार के लिए 1,136 लोग दोषी करार, 2014 में 993, 2015 में 878, 2016 में 71 लोग दोषी करार। भ्रष्टाचार के लिए दोषसिद्धि यूपीए के दौरान अधिक रही। संप्रग के पहले और दूसरे कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने कहा, ‘‘लोग झूठ बोल सकते हैं लेकिन तथ्य नहीं। भ्रष्टाचारी को कौन बचा रहा है?
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