लखनऊ: काकोरी में दरोगा समेत छह पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर ग्रामीणों ने पीटा, छावनी में बदला गांव, जानें मामला
काकोरी के बेहटा गांव में विवादित भूमि पर डॉ. अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर दो पक्ष भिड़े

लखनऊ अमृत विचार। काकोरी कोतवाली के बेहटा गांव में शुक्रवार डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर हुए दो पक्षों के विवाद को सुलझाने पहुंचे चौकी प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर पीटा। सूचना मिलने पर आला अधिकारी और फोर्स पहुंची तो उन पर भी ग्रामीणों ने पथराव किया। पथराव में एसडीएम समेत कुछ अधिकारी भी घायल हो गए।
वहीं, गुस्साए ग्रामीणों ने मूर्ति को भी उखाड़ दिया। हालांकि मूर्ति खंडित नहीं हुई है और पुलिस ने उसे सुरक्षित रख लिया है। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीणों और उच्चाधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है। बंधक पुलिस कर्मियों को मुक्त कराकर गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
काकोरी कोतवाली क्षेत्र के समदा चौकी अंतर्गत बेहटा गांव के लोगों द्वारा गत 20 मार्च को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की एक मूर्ति स्थापित की गई थी। जिसे लेकर शुक्रवार शाम 7 बजे गांव के ही दो पक्ष के लोग आमने-सामने आ गये। एक पक्ष ने आरोप लगाया कि जिस जमीन पर मूर्ति स्थापित की गई है, वह सरकारी है।
वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि यह जमीन उनकी निजी संपत्ति है। इसके बाद मूर्ति को हटाने को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। सूचना पर समदा चौकी प्रभारी एसआई हरिदास चौरसिया आधा दर्जन पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। हालांकि उनकी बात सुनने की बजाय भड़के ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों को बंधक बनाकर पीटना शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर काकोरी और आसपास के थानों से भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर भेजा गया।
वहीं एसीपी काकोरी दिलीप कुमार सिंह , एसडीएम व तहसीलदार भी पहुंच गए। तब ग्रामीणों ने उनपर पथराव कर दिया। काफी प्रयासों के बाद अधिकारियों ने आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराकर बंधक पुलिस कर्मियों को मुक्त कराया। हालांकि खबर लिखे जाने तक ग्रामीण व अधिकारी मौके पर डटे रहे।
विवाद के बाद तनाव के चलते गांव में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट, पथराव व मूर्ति उखाड़ने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जबकि जमीन के विवाद को लेकर राजस्व विभाग से जानकारी जुटाई जा रही है। उखाड़ी गई मूर्ति को सुरक्षित रख लिया गया है - दिलीप कुमार सिंह, एसीपी, काकोरी ।
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