लखनऊ : बिजलीकर्मी हड़ताल की ओर, मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की लगाई गुहार
लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने ऊर्जा निगम के शीर्ष प्रबन्धन के नकारात्मक रवैये के चलते बने टकराव को टालने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है। शनिवार को यूपी के राजधानी लखनऊ में संघर्ष समिति की तरफ से आयोजित प्रदेशव्यापी आम सभा में प्रस्ताव पारित किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री से ऊर्जा निगम में कार्य का स्वस्थ वातावरण बनाये जाने के लिए प्रभावी हस्तक्षेप करने की अपील की गयी।
संघर्ष समिति की तरफ से कहा गया कि ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा और मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अवनीश अवस्थी के साथ विगत 3 दिसम्बर को हुए लिखित समझौते का क्रियान्वयन न होने से बिजली कर्मियों में भारी रोष व्याप्त है। संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि समझौते के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी बाधा ऊर्जा निगम के चेयरमैन एम देवराज का रवैय्या है जो कि ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते को मानने से इंकार कर रहे हैं। ऊर्जा निगमों के चेयरमैन का रवैया इतना नकारात्मक है कि वे शक्तिभवन में उपस्थित रहते हुए भी अपर मुख्य सचिव(ऊर्जा) से संघर्ष समिति की वार्ता में उपस्थित नहीं रहते हैं। बताया जा रहा है कि ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते के प्रति सार्वजनिक रूप से अनादर किये जाने के कारण बिजली कर्मियों में रोष बढ़ता जा रहा है।
संघर्ष समिति की आम सभा में यह चेतावनी दी गयी कि यदि 16 मार्च तक ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का क्रियान्वयन सुनिश्चित न किया गया तो 16 मार्च कि रात्रि 10 बजे से यूपी के सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर, अभियन्ता एवं निविदा व संविदा कर्मी 72 घण्टे की हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे । जिससे उत्पन्न होने वाली किसी भी परिस्थिति का पूर्ण उत्तरदायित्व ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन का होगा।
हड़ताल पर जाने के पहले बिजली कर्मी 14 मार्च को प्रदेश के सभी जनपदों व बिजली परियोजनाओं पर शान्तिपूर्वक मशाल जुलूस निकालेंगे। 15 मार्च को सुबह 10 बजे से हड़ताल शुरू करने से पूर्व तक अर्थात् 16 मार्च की रात्रि 10 बजे बिजलीकर्मी कार्य बहिष्कार करेंगे।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि लोकतांत्रिक ध्यानाकर्षण के कारण किसी भी बिजलीकर्मी का उत्पीड़न किया गया तो उसी समय प्रदेश भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारम्भ हो जायेगी और साथ ही सामूहिक जेल भरो आन्दोलन शुरू कर दिया जायेगा।
शनिवार को हुई सभा में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों में राजीव कुमार सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जय प्रकाश, जी.वी. पटेल, मनीष कुमार मिश्र, गिरीश कुमार पाण्डेय, महेन्द्र राय, सुहैल आबिद, पी के दीक्षित, शशिकान्त श्रीवास्तव, मोहम्मद वसीम, छोटे लाल दीक्षित, आर वाई शुक्ला, योगेन्द्र कुमार, विशम्भर सिंह, राम सहारे वर्मा, शम्भू रतन दीक्षित, पी एस बाजपेयी, जी.पी. सिंह, रफीक अहमद, आरके सिंह, देवेन्द्र पाण्डेय शामिल हुये हैं।
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