वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भरता का विजन एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी : PM मोदी

नई दिल्ली। वित्तीय क्षेत्र पर बजट के बाद वेबिनार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अमृत काल बजट भारत के विकास के लिए एक सर्व समावेशी वित्तीय क्षेत्र का रोडमैप प्रस्तुत करता है। भारत Financial Discipline, Transparency और Inclusive अप्रोच को लेकर चल रहा है तो एक बड़ा बदलाव भी हम देख रहे हैं। आज समय की मांग है कि भारत के बैंकिंग सिस्टम में आई मजबूती का लाभ ज्यादा से ज्यादा जमीन तक पहुंचे। Vocal for local और आत्मनिर्भरता मिशन के लिए देश में एक अभूतपूर्व उत्साह हम देख रहे हैं। हमें अलग-अलग geographical areas और economic sectors की प्रगति के लिए काम करने वाले प्राइवेट सेक्टर को भी ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करना होगा। एक समय तो हर तरफ यही बात छाई रहती थी कि भारत में टैक्स रेट कितना ज्यादा है।
पीएम मोदी ने कहा, आज भारत में स्थिति बिल्कुल अलग है। भारत के पास ऐसे talent, infrastructure और innovators हैं, जो हमारे financial system को top पर पहुंचा सकते हैं। RuPay और UPI, सिर्फ कम लागत और अत्यधिक सुरक्षित टेक्नॉलजी भर नहीं है, बल्कि ये दुनिया में हमारी पहचान है। एक समय था जब भारत पर भरोसा करने पर भी सौ-बार सोचा जाता था। अब जब भारत वित्तीय अनुशासन, पारदर्शिता और समावेशी दृष्टिकोण को साथ लेकर चल रहा है तो एक बहुत बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। अब चर्चा की शुरुआत में पहले की तरह प्रश्न चिह्न की जगह विश्वास ने ले ली है और चर्चा के अंत में भी प्रश्न चिह्न की जगह अपेक्षा ने ले ली है। आज भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का उज्ज्वल बिन्दु कहा जा रहा है। भारत आज G20 की अध्यक्षता का दायित्व भी उठा रहा है।
Amrit Kaal Budget lays the roadmap of an all inclusive financial sector for India's growth. Sharing my remarks at a webinar. https://t.co/lLUyjEXCMR
— Narendra Modi (@narendramodi) March 7, 2023
पीएम मोदी ने कहा, आज का नया भारत नए सामर्थ्य से आगे बढ़ रहा है। जो बैंकिंग व्यवस्था 8-10 साल पहले डूबने की कगार पर थी वो अब लाभ में आ गई है। आज आपके पास एक ऐसी सरकार है जो लगातार साहसपूर्ण निर्णय कर रही,नीतिगत निर्णयों में बहुत ही स्पष्टता और आत्मविश्वास है इसलिए आपको आगे बढ़कर काम करना चाहिए। आज समय की मांग है कि भारत की बैंकिंग सिस्टम में आई मजबूती का लाभ ज्यादा से ज्यादा आखिरी छोर तक पहुंचे। जैसे हमने MSME को सपोर्ट किया वैसे ही भारत के बैंकिंग सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा सेक्टर्स की हैंड होल्डिंग करनी होगी। वित्तीय समावेशन से जुड़ी सरकार की नीतियों ने करोड़ों लोगों को औपचारिक वित्तीय प्रणाली का हिस्सा बना दिया है। बिना बैंक गारंटी 20 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का मुद्रा लोन सरकार ने नौजवानों के सपने पूरे करने में मदद की है।
पीएम मोदी ने कहा, वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भरता ये हमारे लिए विकल्प का मुद्दा नहीं है। ये भविष्य को प्रभावित करने वाला मुद्दा है। वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भरता का विजन एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। PM गतिशक्ति की वजह से प्रोजेक्ट की प्लानिंग और उसे लागू करने में अभूतपूर्व तेजी आ गई है। हमें अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों और आर्थिक क्षेत्रों की प्रगति के लिए काम करने वाले प्राइवेट सेक्टर को भी ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करना होगा एक समय तो हर तरफ यही बात छाई रहती थी कि भारत में टैक्स रेट कितना ज्यादा है। आज स्थिति बिल्कुल अलग है।
पीएम मोदी ने कहा, GST की वजह से, इनकम टैक्स कम होने की वजह से, कॉर्पोरेट टैक्स कम होने की वजह से भारत में टैक्स बहुत कम हुआ है, वो बोझ नागरिकों पर बहुत कम होता जा रहा है। 2013-14 के दौरान हमारा सकल कर राजस्व करीब 11 लाख करोड़ था,2023-24 के अनुमानों के मुताबिक सकल कर राजस्व अब 33 लाख करोड़ से ज्यादा का हो सकता है यानी भारत टैक्स रेट कम कर रहा है इसके बावजूद टैक्स का कलेक्शन बढ़ रहा है। हमने उस टैक्स बेस को बढ़ाने की दिशा में काफी कुछ किया।
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