टनकपुर: पेंशन बढ़ोत्तरी के लिए प्रदर्शन, आंदोलन की चेतावनी 

टनकपुर: पेंशन बढ़ोत्तरी के लिए प्रदर्शन, आंदोलन की चेतावनी 

टनकपुर, अमृत विचार। लंबे समय बाद भी पेंशन में बढ़ोत्तरी न किए जाने से असंतुष्ट पेंशन धारकों ने टनकपुर रोडवेज कार्यशाला गेट के पास प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार से शीघ्र पेंशन बढ़ोत्तरी किए जाने की मांग की।

जनसभा के माध्यम से चेतावनी दी गई कि यदि महंगाई के दौर में उनकी पेंशन बढ़ोत्तरी नहीं की गई तो देश के लगभग 70 लाख सेवानिवृत्त कर्मचारी रास्ता रोको और रेल रोको आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। 
मंगलवार को ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति उत्तराखंड के आह्वान पर रोडवेज कार्यशाला गेट पर जनसभा हुई। मुख्य वक्ता के रूप में संगठन के महासचिव सुरेश डंगवाल ने कर्मचारियों के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय की ओर से 4 नवंबर 2022 के निर्णय पर संयुक्त विकल्प पत्र भरे जाने संबंधी जानकारी देकर राष्ट्रीय संघर्ष समिति के न्यूनतम पेंशन की मांग 7500 रुपये और डीए पर जारी प्रयासों से अवगत कराया।

उन्होंने कहा कि यदि समय रहते केंद्र सरकार ने पेंशन बढ़ोत्तरी की मांग को स्वीकृत नहीं किया तो देश के करीब 70 लाख सेवानिवृत्त कर्मचारी रास्ता रोको, रेल रोको आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। सेवानिवृत्त कर्मचारी को महज 500 से 5000 रुपये तक पेंशन दी जा रही है।

वक्ताओं ने कहा कि कर्मचारियों ने अपने 30 वर्ष से भी अधिक के सेवाकाल में प्रतिमाह वेतन और पेंशन फंड में कटौती कराई है। इस दौरान सुभाष शाह, एलडी शर्मा, मोहन देव भट्ट, मोहन सिंह कार्की, सतीश ज्याल, सत्य प्रकाश, रविंद्र कुमार, गोपाल सिंह, संतोष गुप्ता, अंजू पाल, कमला पंत, कमला पांडे, सूरज भारद्वाज, खेमानंद जोशी, एचएन श्रीवास्तव, गोविंद चन्द, रति चन्द, गोविंद बल्लभ जोशी, भूप राम, केएन पांडेय, पीएन पांडेय समेत तमाम सेवानिवृत्त कर्मचारी मौजूद रहे।