रायबरेली: चारागाह की सुरक्षित भूमि का आवंटन कराकर किया बड़ा खेल, शिकायत पर शुरू हुई कार्रवाई
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महराजगंज/ रायबरेली, अमृत विचार। बावन बुजुर्ग बल्ला गांव में कुछ लोगों ने पहले तो चरागाह की सुरक्षित भूमि पर आवंटन करा लिया, फिर उसे संक्रमणीय घोषित कराकर चारागाह में खड़े सरकारी हरे-भरे पेड़ो को बेंच डाला। ठेकेदार लाखो के पेड़ कटवा कर ले जाता रहा और तहसील प्रशासन देखता रह। मामले की शिकायत ग्रामीणों ने कई बार एसडीएम व लेखपाल से की मौके पर पहुँची लेखपाल व कानूनगो की टीम ने काम रुकवा कर आवंटन निरस्त कराने का आश्वाशन दिया था।
मामला तहसील क्षेत्र के बावन बुजुर्ग बल्ला गांव का है ।जहां पर गाटा संख्या 5308 जो लगभग12 बीघे का सुरक्षित चारागाह के नाम अभिलेखों में दर्ज है।कुछ दिनो पहले लेखपाल ने मिलकर तीन लोगों के नाम आवंटन कर दिया था। यह सुरक्षित चारागाह पूरे सिंघई मजरे बावन बुजुर्ग बल्ला गांव से सटी जमीन है। इस जमीन में लाखों के पेड़ खड़े थे। जिनको इन पट्टा धारको ने औने पौने दामो पर बेच कर राजस्व विभाग को लाखों का चूना लगाया है।
ग्रामीणों ने इस चारागाह की जमीन को लेकर तहसील के उच्चाधिकारियों से दर्जनों बार शिकायत की है। लेकिन सेटिंग-गेटिंग के चक्कर मे कोई कार्यवाही अब तक नही हुई है।इतना ही नही आवारा गोवंशों के चरने के लिए सरकारी अभिलेखों में दर्ज सैकड़ो बीघा सुरक्षित चारागाह ऐसे ही भूमाफियाओं के कब्जे में है। जिसकी कई बार तहसील के उच्चाधिरियो ने टीम बनाकर चारागाह को भूमाफियो से मुक्त भी कराया भी था। और सुरक्षित चारागाह में हुए आवंटन को निरस्त करने का आश्वाशन भी दिया था। लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के चक्कर मे आज भी सुरक्षित चारागाह इन्ही भूमाफियाओं के कब्जे में फंसी है।
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