Bareilly : बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की शिरकत

Bareilly : बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की शिरकत

बरेली, अमृत विचार। बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के मुख्य सभागार में गुरुवार को आयोजित दीक्षांत समारोह में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। राज्यपाल ने 59 मेधावियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। इसके साथ 46 सिल्वर और 62 मेधावियों को ब्रोंज मेडल दिए गए। 




बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति डॉ. केशव कुमार अग्रवाल, प्रति कुलाधिपति डॉ. अशोक कुमार अग्रवाल, कुलपति डॉ. लता अग्रवाल, प्रतिकुलपति डॉ. किरण अग्रवाल शामिल रहीं।



बरेली इंटरनेट यूनिवर्सिटी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का जोरदार स्वागत किया। वाइस चांसलर लता अग्रवाल ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए जल बचाओ कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। राज्यपाल के विश्विद्यालय में मुख्य अतिथि के व्यस्त दिनचर्या से समय निकाल कर आने पर आभार व्यक्त किया।

बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चौथे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र-छात्राओं से कहा कि सत्य बोलो और धर्म का पालन करो।

विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं से माता-पिता और व गुरुजनों का सदैव सम्मान करने का आग्रह किया। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय कैंपस और सम्बद्ध महाविद्यालयों में संचालित विभिन्न स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में टॉपर छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किए। इस दौरान डॉ. केशव कुमार अग्रवाल, डॉ. अशोक अग्रवाल समेत सभी छात्राओं व कार्यक्रम में मौजूद लोगों का आभार व्यक्त किया। 

गोल्ड मेडल और डिग्री पाने वालों को बधाई देते हुए कहा कि आपका काम मेहनत व ईमानदारी का काम है। डॉक्टर्स को मरीजों की सेवा से आशीर्वाद मिलता है। छोटे -छोटे बच्चों को देखकर विश्वास नहीं होता कि वह इस डिग्री को प्राप्त कर रहे हैं। हमेशा अपने चेहरे और मुस्कान के साथ मरीजों का इलाज करें। 

आयुर्वेद के बारे में उन्होंने बताया कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण चिकित्सा पद्धति है। जड़ी-बूटियों से बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है। हम इसे भूल चुके थे। धीरे-धीरे फिर आयुर्वेद की तरफ लौट रहे हैं। आधा घंटा योगा से हम कैंसर जैसी बीमारी से बच सकते हैं। इसके साथ ही राज्यपाल ने खान-पान पर भी चर्चा की।



क्या बोले डॉ. केशव अग्रवाल ?
डॉक्टर केशव अग्रवाल ने स्टूडेंट्स से कहा कि आप लोगों को डिग्री मिलने के बाद नया अध्याय शुरू हो रहा है। नया पड़ाव शुरू होगा। पीछे मुड़कर नहीं देखना है। यहां गलती का मौका नहीं मिलता है। गलती का परिणाम इलाज कराने वाले को मिलता है। यह एक बड़ा अच्छा प्रोफेशन है। सबसे पहले मरीज डॉक्टर को याद करता है। नर्स को याद करते है। आप धरती पर भगवान के नुमाइंदे है। भगवान ने आप को मानव की सेवा के लिए चुना है। मानवता का ध्यान रखें। कोई भी छोटी गलती परेशान कर सकती है।

इलाज करते समय ध्यान से मरीज की बात सुनें, आप से मरीज उम्मीद रखता है। आप पूरी बात सुनेंगे। मरीज की परेशानी को सुनने पर 50 फीसदी परेशानी खत्म हो जाती है। उन्होंने एक वाक्या बताते हुए कहा कि एक बार एक महिला मरीज की बात तसल्ली से सुनीं। उसको एक कैप्सूल दिया। महिला उनके विश्वास पर ठीक हो गई। कोरोना को लेकर हेल्थ सेनानी इसलिए कहा क्योंकि आप देश वासियों को सुरक्षित रखते हैं। देश व राष्ट्र के प्रति बड़ी जिम्मेदारी निभाते हैं।

जल ही जीवन है प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू के अभियान को लेकर कार्यक्रम का शुभारंभ जल भरो सेरेमनी से किया गया। कविवर रहीम ने कहा था कि पानी को बचाकर रखे पानी के बिना सब सूना है, जल अनमोल है।इसके बगैर कोई भी जीवित नहीं रह सकता। आज वह जल को व्यर्थ कर रहा है।

 

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