बरेली: गन्ना लदी भैंसा और बैल गाड़ियों पर रिफ्लेक्टर लगाना अनिवार्य, निर्देश जारी
भैंसा गाड़ियों पर अधिक गन्ना लदा होने के कारण होते हैं हादसे
बरेली, अमृत विचार। चीनी मिलों में गन्ने के पेराई सत्र शुरू हो चुके हैं। सर्दियों में घने कोहरे में विजिबिलिटी कम होने के कारण गन्ना लदी गाड़ियों के हादसे के शिकार होने का डर रहता है। इसलिए प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूस रेड्डी ने गन्ना लदे वाहनों में रिफलेक्टर पट्टी लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
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बरेली मंडल गन्ना उपायुक्त राजीव राय ने बताया कि नियमित यातायात वाहनों पर रिफ्लेक्टर व पीला प्रकाश एवं बल्ब की व्यवस्था होने के कारण इनकी विजिबिलिटी तो दूर से हो जाती है, लेकिन गन्ना किसान की बुग्गी, बैलगाड़ी, ट्राली आदि में कई बार रिफ्लेक्टर नहीं लगे होते हैं। या फिर ऐसी जगह लगे होते हैं कि गन्ना लदने के बाद मिल के गेट या सड़क पर चलते समय दिखाई नहीं देते। जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
इन संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैक्टर-ट्रालियों के दोनों कोनों पर छह-छह इंच की लाल एवं पीले रंग की फ्लोरेसेंट पेंट व ट्रकों के अगले एवं पिछले बंपर पर लाल एवं पीले रंग की पेंट पट्टियां, जबकि गन्ना ढुलाई के लिए इस्तेमाल होने वाली भैसा गाड़ियों व बैल गाड़ियों के पिछले हिस्सों पर लोहे की पट्टी लगाते हुए लाल एवं पीले रंग का पेंट अनिवार्य कर दिया गया है। विभागीय अधिकारियों द्वारा अभियान चलाकर इस काम को किया जाएगा।
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