बरेली: पूर्व वित्त मंत्री का परिवार और व्यापारी नेता जीते कोरोना से जंग

बरेली: पूर्व वित्त मंत्री का परिवार और व्यापारी नेता जीते कोरोना से जंग

बरेली,अमृत विचार। पूर्व वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल का परिवार और व्यापारी नेता शोभित सक्सेना बुधवार को कोरोना की जंग जीतकर घर लौट आए हैं। इन सभी के स्वस्थ होने पर एसआरएमएस मेडिकल कालेज से डिस्चार्ज कर दिया गया। बता दें कि पूर्व वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल को पत्नी और घर के दो अन्य सदस्यों के साथ भोजीपुरा …

बरेली,अमृत विचार। पूर्व वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल का परिवार और व्यापारी नेता शोभित सक्सेना बुधवार को कोरोना की जंग जीतकर घर लौट आए हैं। इन सभी के स्वस्थ होने पर एसआरएमएस मेडिकल कालेज से डिस्चार्ज कर दिया गया।

बता दें कि पूर्व वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल को पत्नी और घर के दो अन्य सदस्यों के साथ भोजीपुरा के कोविड-19 एल-2 अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। इनकी रिपोर्ट 16 जुलाई को पॉजिटिव आई थी। तभी से इनका सबका उपचार यहां चल रहा था। हालांकि 19 जुलाई को पूर्व वित्तमंत्री की हालत खराब होने पर उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया था। जहां उनका उपचार किया जा रहा है।

कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य हुईं पूर्व वित्त मंत्री की पत्नी उर्मी अग्रवाल और बेटा पार्थिव अग्रवाल ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की तारीफ की कहा कि चिकित्सकों की देखरेख में ही इस महामारी को हम मात देने में सफल हो सके है।

वहीं, व्यापारी नेता शोभित सक्सेना कोरोना योद्धा बनकर वापस अपने घर पहुंच गए। कोविड 19 पाजिटिव व्यापारी मित्र के संपर्क में आने से संक्रमित हुए थे। घर जाते समय सभी का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान व्यापारी नेता शोभित अग्रवाल ने भी व्यवस्थाओं, सुविधाओं, केयर, भोजन क्वालिटी और स्टाफ के को आपरेशन के लिए अस्पताल की जमकर तारीफ की।

अमृत विचार के आठ पत्रकार भी कोरोना को मात देकर लौटे
कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य हो घर लौटने वालों में अमृत विचार के आठ पत्रकार भी शामिल रहे। सभी पत्रकारों ने स्वस्थ्य होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि समाज के लिए ही पत्रकार कार्य करता है। कोरोना काल में लोगों तक सही जानकारियां पहुंचाने के लिए वह कार्य करते रहे और संक्रमित हो गए। कहा कि इसका उन्हें कोई मलाल नहीं है, वह सदैव समाज के हित में ही कार्य करते रहेंगे। अपने आठ साथियों के स्वस्थ्य होकर लौटने से अमृत विचार में भी खुशी का माहौल रहा। इस दौरान सभी ने जज्बे के साथ कार्य करने का संकल्प लिया।