फेलोशिप योजना में चयनित शोधार्थियों को मुख्यमंत्री योगी ने बांटे टैबलेट
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत चयनित 100 शोधार्थियों को टैबलेट वितरित किए। योगी सरकार ने प्रदेश के 826 ब्लॉकों में से 100 ब्लॉकों को आकांक्षात्मक ब्लॉक की श्रेणी में रखा है। इन ब्लॉकों में सरकार की योजनाएं धरातल पर कैसे …
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत चयनित 100 शोधार्थियों को टैबलेट वितरित किए। योगी सरकार ने प्रदेश के 826 ब्लॉकों में से 100 ब्लॉकों को आकांक्षात्मक ब्लॉक की श्रेणी में रखा है। इन ब्लॉकों में सरकार की योजनाएं धरातल पर कैसे उतरें और जरूरत के अनुरूप योजनाएं बनाने के लिए यह शोधार्थी सरकार को सुझाव देंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है।लगभग 25 करोड़ की जनसंख्या वाला राज्य है। यहां की 75 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही है। यह शोधार्थी 100 आकांक्षात्मक क्षेत्रों में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि देश के 112 आकांक्षात्मक जिलों में आठ उत्तर प्रदेश में हैं। इन जिलों के विकास के लिए वहां विशेष ध्यान दिया गया। हमारी प्रशासनिक टीम ने अच्छा काम किया है। देश के टॉप टेन में पांच जिले यूपी के आये हैं। टॉप 20 में यूपी के आठों आकांक्षात्मक जिले आये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब 826 ब्लॉकों में से 100 आकांक्षात्मक ब्लॉक चुने गए। इन्हीं में 100 शोधार्थियों को कार्य करना है। जो विकासखंड विकास में छूट गए हैं, उनमें ये शोधार्थी उनकी उन्नति का कार्य करेंगे। प्रधानमंत्री ने 600 आकांक्षातमक जिलों के लिए लक्ष्य तय किये थे। उत्तर प्रदेश में आठ जिले थे। इनके लिए हमने नीति आयोग के साथ मिलकर कार्य शुरू किए। अधिकारियों, मंत्रिमंडल के साथ हमने बैठक की।
उनके साथ समीक्षा की, आज मुझे प्रसन्न्ता है कि अच्छे परिणाम आये। देश के अंदर जिन 10 जिलों ने अच्छा काम किया, उनमे टॉप पांच उत्तर प्रदेश के थे और टॉप 20 में उत्तर प्रदेश के सभी आठ जिले आ गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसे की कमी नहीं है। कमी संयोजन की है। इसके साथ काम करने से परिणाम आते हैं। हमने नियोजन विभाग में डैशबोर्ड का गठन किया। मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत आवेदन मांगे गए। 26 हजार आवेदन आये। जगह सिर्फ 100 थी लेकिन इतने ज्यादा आवेदन आये।
मुख्यमंत्री ने चयनित युवाओं की तरफ मुखातिब होते हुए कहा कि आप 100 फेलो के लिए ये शोध का अवसर है। प्राचीन समय में ग्रामीण व्यवस्था में आत्मनिर्भरता ही एक आधार था। हम अपने कार्यों का डॉक्यूमेंटशन नहीं कर पाते। डाटा कलेक्शन नहीं कर पाते। यही हमारी कमी है। मुख्यमंत्री ने चयनित अभ्यर्थियों से प्रदेश के विकास को ध्यान में रखते हुए बेहतर कार्य करने की अपील की। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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